Book Title: Maharani Chelna Ki Vijay
Author(s): Rajni Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 21
________________ हाँ! इस प्रतिष्ठित प्रतिमा को मैं बराबर अपने साथ रखता चेलना तब तो प्रतिष्ठित प्रतिमासाथ रखने में आपको काफी कठिनाई होती होगी? हाँ,प्रतिष्ठित प्रतिमाकी अनेक मर्यादाएँ होती हैं, जिनका मार्ग में भी पालन करना पड़ता | राजकुमारीजी, यह जीवन मर्यादाओं के पालन के लिए ही तो है। जो भगवान जिनेन्द्र की स्तुति एवं पूजा भक्तिभाव से करते हैं, वे धन्य हैं. आपका राजगृह कहाँ है? वहाँ का राजा कौन है? वह किस धर्म का पालन करता है? आप यदि जानना चाहती हैं कि मैं जहाँ से आया हूँ वह स्थान क्या है, कैसा है तो सुनें! मैं जम्बू द्वीप से आया हूँ. यह जम्बू द्वीप अत्यंत सुंदर स्थान है।

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