Book Title: Maharani Chelna Ki Vijay
Author(s): Rajni Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 11
________________ चेलना युवराज! इस समय लिच्छवी नरेश चेटक हमसे युद्ध करने की तैयारी कररहे हैं. हम भला किस तरह इस काम को कर पायेंगे? महामात्य! मैं सोच रहा हूँ कि राजकुमारी चेलनाको वैशाली से मगघ, अपहरण करके ले आएं! क्या कहरहें है युवराज? क्या सर्प के बिल में घुसकर सर्पिणी का अपहरण किया जा सकता है। क्या सिंह की मांद में घुसकर उसके बच्चे को पकड़ा जासकता है? किंतु महामात्य! उस मार्ग से ही आने की क्या आवश्यकता है? हम क्यों न भूमिगत मार्ग बनाएं युवराज! आपको वैशाली नगर के रक्षा प्रबंध की जानकारी शायद नहीं है. वहाँ के नगर रक्षकों की नजरसे बचकर नतो कोई आसकताहै और नाही नगर से बाहर जा सकता है.

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