Book Title: Maharani Chelna Ki Vijay
Author(s): Rajni Jain
Publisher: Acharya Dharmshrut Granthmala

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Page 6
________________ जैन चित्रकथा अगले दिन वैधों ने परीक्षण किया. | तो फिर...? कहिए वैद्यराज! आप लोगों युवराज! ने क्या देखा और इलाज की हमारे महाराज क्या व्यवस्था शारीरिक रूपसे होगी? एकदम महाराज किसी चिंता में डूबे हुए हैं. उनकी चिंता ही उनकी उदासी और सुस्ती का कारण है. पिताजी की चिंता का अचानक अभयकुमार को याद आया कि कारण क्या हो सकता || महाराज से चित्रकार भरतकुमार मिलाथा. है? कोई घटना, उसके बाद से ही महाराज उदास रहने लगे. कोई व्यक्ति या कुछ। और..., इसका प्रहरी! चित्रकार भरतकुमार को तत्काल in-पता तो लगाना ही चाहिए. बुलाकर लाओ. RSCOP TIMILITATUTTAR OAD TOAAKANTA naDADOOR

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