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पत्र ८
१ माता का नाम
२ पिता का नाम
३ च्यवन कल्याणक
४ जन्म कल्याणक
५ दीक्षा कल्याणक
६ केवलज्ञान कल्याणक
७ निर्वाण कल्याणक
८ गणधर
९ साधु १० साध्वी
श्री सुपार्श्वनाथ भगवंत
१९ श्रावक
१२ श्राविका
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| १३ ज्ञानवृक्ष
१४ यक्ष [ अधिष्ठायक देव]
१५ यक्षिणी [ अधिष्ठायिका देवी
१६ आयुष्य
१७ लंछन [ चिह्न - Mark] १८ च्यवन किस देवलोक से ? १९ तीर्थंकर नामकर्म उपार्जन
२० पूर्वभव कितने ?
२१ छद्मस्थ अवस्था
२२ गृहस्थ अवस्था
२३ शरीर - वर्ण आभा ]
२४ दीक्षा दिन की शिबिका का नाम २५ नाम-अर्थ
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५४
पृथ्वी रानी प्रतिष्ठ राजा
भाद्रपद कृष्णा १२/बनारस ज्येष्ठ शुक्ला १२/बनारस
ज्येष्ठ शुक्ला १३/ बनारस फाल्गुन कृष्णा ३/बनारस फाल्गुन कृष्णा ७/सम्मेतशिखर
संख्या १०७ प्रमुख विदर्भ संख्या ३ लाख प्रमुख विदर्भ
संख्या ४ लाख ३० हजार प्रमुख सोमा
संख्या २ लाख ५७ हजार
संख्या ४ लाख ९३ हजार
शिरीष
मातंग
शांता
२० लाख पूर्व
स्वस्तिक
ग्रैवेयक
नंदीषेण के भव में
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३
९ महीना
१९ लाख पूर्व एवं २० पूर्वांग
सुवर्ण
मनोहरा
गर्भ में आने पर माता का शरीर सुंदर हो उठा ।