Book Title: Kya Pruthvi ka Aakar Gol Hai Author(s): Abhaysagar Publisher: Jambudwip Nirman Yojna View full book textPage 6
________________ ॥ श्री परमात्मने नमः॥ क्या पृथ्वी का साकार गोल है? वैज्ञानिक धारणा मज सभी वैज्ञानिक एक मत होकर एक आवाज में यह उद्घोष करते हैं कि “पृथ्वी नारंगी के समान गोल है।' यद्यपि इस मान्यता के समक्ष अनेक भूगोल विशारदों एवं तथ्यान्वेषियों के विचारों में अकाट्य तर्क संगत प्रमाणों के आधार पर मतभेद है तथा कोई पृथ्वी को सेव फल के समान गोल मानते हैं तो अन्य किसी अन्य वस्तु के आकार में गोल होने की सम्भावना करते हैं। तथापि इस बात में तो सभी एक मत हैं कि 'पृथ्वी गोल हैं।" __ इस माम्यसा के पीछे · वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तुत कतिपय तर्क हैं, कुछ उदाहरण हैं और कुछ प्रमाण हैं जिनके आधार पर वे अपनी धारणाओं को उत्तरोत्तर बढ़ाने और प्रमाणित करने का प्रयास करते रहते हैं । Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.comPage Navigation
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