Book Title: Kundsiddhi Prarambh
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Page 23
________________ www.kobairthorg Acharya Shri Kamarul Gyarmandir अथवजनिवेशनविपरीतारख्यानक्याहध्वजानदिहरहानतायामानपंचहनदीर्यानसपीनारुपाकलनीलश्वेत्तानगैरिकारि लिखितदि। क्पालवाहान दशहस्तवंशमस्तकेयोजितानहस्तक्ष्यनिखातानवजोस्तानपिपूर्वनइतिवक्ष्पमाणसातपाच्यादिआवहारयेदिति व्याख्याप्रतिष्टासारसंग्रहे पीतरनादिवर्णवपंचहताध्वजास्मताःहिपंचहरेनेडलेवेशनैः संयुतामताइति क्रियासारेभानेगवस्लम हिपसिंहमस्यैरणवाजिनावृषभचयथान्यायध्वजमध्येकमाबिखतः पंचाशनिरखनेदिनि अकरणेदोषः पचराने चिंतयत्यसुरश्रेष्ठाव खजानदिहस्तायतिकाश्चपंचहस्तान्सुपीतारुणकलनीलान श्वेतासितश्वनमितानदिगीशवाहानवहे हिकरवंशशीर्ष 27 लोकेशवर्णेश्चयुत्ताःपताका शैलेंदुदैर्ध्यायतिकाश्चमध्ये चित्रवनंदिकरदैर्घ्य। जहीनसुरालयं ध्वजेनरहितेब्रह्मनमंडपेतवथाभवेन पूजाहोमादिकं एवेशविदोस्ततपातगकिंकिणी के // 28 // सर्वजपायलतंबुधैरितिक्षारोपणफलतनैक्यकत्वापुरुषःसम्यक्समस्तफलमाप्नुयादिति २७अथपताकानिवेशनमा हधजनिवेशनंनवमकुंडपताकानिवेशनचंद्रवज्रानुश्वभ्यामाह लोकेशानालोकपालानायेवर्णःपीतादयः पूर्वश्लोकोका गै | रिकाहिलिखितवज्रशक्किएंडवङ्गपाशांकशगदात्रिशूलानितैर्युताः सप्तहलदीर्घा:एकहलविस्तताःपताकाःदशहनवेशशीर्षगाःचित्र For Private and Personal Use Only

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