Book Title: Khartar Gacchha ka Bruhad Itihas
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 519
________________ ३७५ २३१ कनकतिलक उ० २२१ कमलसुन्दर [बेगड़०] २७६ कनकतिलक महो० [आद्य०] २९१ कमलसौभाग्य गणि [क्षेम०] ३३२, ३३४ कनकध्वज २१९ कमलहर्ष २३२ कनकप्रभ [जिनभद्र०] ३४०, ३४२ कमलाकर गणि १९० कनकप्रिय पं० [क्षेम०] ३३५ कमलाकुमारी [सा० विजयेन्द्रश्री] ४२३ कनकमाणिक्य पं० [क्षेम०] ३३३ करमसी [कवि] २३८ कनकमेरु पं० [सागरचन्द्र०] ३३८ कर्पूरमुनि ३९८ कनकरंग वा० [क्षेम०] ३३४ कर्पूरसागर [राजसागरगणि] ३२५ कनकलक्ष्मी ४०५ कर्मचंद ३८१ कनकविजय [दिग्मंडला० कुशलचन्द्रसूरि] ३२४ करुणासागर ३७४ कनकविनय पं० [क्षेम०] ३३३ कल्परत्नसागर कनकविमल २२२ कल्याणऋद्धि [ग० प्रव०] १३४, १४०,४०३, ४०४ कनकविलास गणि [क्षेम०] ३२८, ३३२, ३३४ कल्याणकमल कनकश्री २०२ कल्याणकलश १२५ कनकसागर गणि [क्षेम०] ३३२ कल्याणकीर्ति २३५ कनकसिंह २३७ कल्याणचन्द पं० [क्षेमकीर्तिशाखा] ३३४ कनकसोम मु० वा० [जिनभद्र०] २२७, ३४१, ३४२ कल्याणचन्द्र २१८ कनकावली १२५, ४०२ कल्याणचन्द्र [आचार्य०] कनीराम [आद्य०] २९२ कल्याणचन्द्र [जिनकल्याणसूरि] ३१४,३१५ कपूरचन्द [आचार्य०] ३०३ कल्याणचन्द्र गणि [कीर्तिरत्न०] ३५१ कर्पूरप्रिय गणि उ० [क्षेम०] ३३३ कल्याणतिलक वा० २२२, २३१ कमलकीर्ति २२२ कल्याणदेव २३१ कमलतिलक उ० [सागरचन्द्र०] २९३, ३३८ कल्याणधीर वा० २२२ कमलनन्दन पं० [क्षेम०] ३३५ कल्याणनिधि १२९,४०३ कमलप्रभाचार्य [रुद्र०] २६४ कल्याणमती [मह०] कमलमुनि ३९८ कल्याणमुनि ३८४ कमलरत्न ३१० कल्याणविजय [सागरचन्द्र०] कमललक्ष्मी १५७ कल्याणविजय कमललाभ उ० २३२ कल्याणविलास २१२ कमलश्री १२५, १८५, ४०२, ४०६ कल्याण श्री १११,४०२ कमल श्री ४१९ कल्याणश्री ३९० कमलसंयम उ० ३४०, ३४१ कल्याणसागर [सागरचन्द्र०] ३३८ ३०३ ८ ३३८ ३५५ खरतरगच्छ का बृहद् इतिहास (४२९) Jain Education International 2010_04 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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