Book Title: Khartar Gacchha ka Bruhad Itihas
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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रैवतमुनि
३५१
रूपविजया [साध्वी जिनरंग०]
३१४ लक्ष्मीसमुद्रगणि उपा० [क्षेम०] ३३३,३३५ रूपश्री [साध्वी] ३५७, ४०८ लखजी [जिनललितसूरि]
३११ रूपसागर ३७४, ३७५ लधा भाई [लब्धिमुनि]
३८८,३९३ रूपाबाई [विज्ञानश्री] ४१३ लब्धिउदय
३११ ३९८ लब्धिकलश
१४५ रोहिणी [रत्नमालाश्री]
४२३ लब्धिकल्लोल [कीर्तिरत्न०] लक्ष्मी [प्रवर्तिनी प्रमोदश्री] ४२२ लब्धिकीर्ति
२३२ लक्ष्मीकलश
१४१ लब्धिनिधान गणि महो० १९३, १९४, १९८, लक्ष्मीकीर्तिगणि उपा० [क्षेम०]
३३३
२०२, २०५, २०६, २०८, २०९ लक्ष्मीचन्द्र [आद्य०]
२९१ लब्धिमंडनगणि उपा० [क्षेम०] ३३३ लक्ष्मीचन्द्र [रुद्रपल्लीय] २६४ लब्धिमाला [साध्वी]
१३९, ४०४ लक्ष्मीचन्द्र [जिनभद्र०]
३४७ लब्धिमुनि उपा० ३६५, ३८३, ३८७, ३८८, लक्ष्मीतिलक गणि उ० १२५, १२८, १२९,
३८९,३९०, ३९२, ३९३, ३९८ १३७, १३९, ३४० लब्धिरत्न [आद्य०]
२९२ लक्ष्मीनिवास मु०वा०
१३१, १५३ लब्धिरत्नगणि वा० [क्षेम०] लक्ष्मीनिधि महत्तरा १३१, ४०३ लब्धिशेखर
२३१ लक्ष्मीप्रधानगणि
२५५ लब्धिसागर [जिनरंग०] लक्ष्मीप्रधान उपा० [जिनभद्र०]
३४७ लब्धिसागर लक्ष्मीप्रभ [जिनभद्र०] ३४२ लब्धिसागर
३७४ लक्ष्मीबाई [लक्ष्मीश्री] ४०९ लब्धिसुन्दर
१४५ लक्ष्मीमाला ग०प्र० १४०, २०३, ४०४, ४०६ लब्धिसुन्दरसूरि
२६२ लक्ष्मीमुनि ३९८ लब्धिहर्ष [क्षेम०]
३३१ लक्ष्मीमेरु ३८१ लब्धोदय
२२२ लक्ष्मीराज
१३१ ललितकीर्ति [मुनि, उपा०] १८७, २१४ लक्ष्मीलाभ [जिनलाभसूरि]
२४२ ललितकीर्ति पाठक [कीर्तिरत्न०] ३४९, ३५१ लक्ष्मीलाभ [लघुशाखा] २६७ ललितप्रभ
१५९ लक्ष्मीवल्लभ उ० [क्षेम०] ३२७, ३२८, ललितप्रभसागर
३७०, ३७२, ३७५ ३३३, ३३५ ललितश्री [साध्वी]
१८५,४०६ लक्ष्मीविनय महो० [आद्यपक्षीय] २९१ ललितसमुद्र [जिनललितसूरि]
३११ लक्ष्मीविनयगणि [क्षेम०]
३३२ लाजवन्तीकुमारी [चन्द्रकलाश्री] लक्ष्मीविनय वा० [सागरचन्द्र०] ३३७ लाभवर्धन [क्षेम०]
३२७ लक्ष्मीश्री साध्वी प्रव० ३५७, ४०९, ४०८, ४२० लाभसमुद्र [क्षेम०]
३३५
३११ २२२
४१६
(४५४)
परिशिष्ट-४
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