Book Title: Khartar Gacchha ka Bruhad Itihas
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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३६
३३३
सोमसुन्दर वा० [सागरचन्द्र०]
३३७ हरिभद्रसूरि [प्राचीन] १२, ३९, ९७, १३६, ३०७ सोमसुन्दरसूरि [तपागच्छीय] ___३८ हरिभद्रसूरि [अभयदेव० शि०] १९, २५ सोमसुन्दरसूरि [रुद्र०]
२६२, २६३ हरिभद्राचार्य [आचार्य वृहद्] सोमहर्षगणि उपा० [क्षेम०] ३३३, ३३५ हरिमूर्ति
१५७ सोहनश्री ४१४ हरिराम [आचार्य०]
३०३ सौभाग्यकलश ३०१, ३०२ हरिसागर गणाधीश
३६७,३७४,४१३ सौभाग्यमुनि ३९८ हरिसिंह [जिनहरिसागरसूरि]
३६० सौभाग्यविलास गणि उपा० [क्षेम०] ३३३ हरिसिंह [मुनि] सौभाग्यविशाल २४७ हरिसिंहाचार्य
४०, ४३, ४९ सौम्यगुणाश्री ४१८ हर्ष [आद्यपक्षीय]
२९१ सौम्यमूर्ति १३० हर्षकलश गणि [क्षेम०]
३३२ स्थानसागर ३५९, ३७२ हर्षकल्लोलगणि [कीर्तिरत्न०]
३४८ स्थिरकीर्ति [मुनि, ग०] १३९, १४९ हर्षकल्लोल वाचक [कीर्तिरत्न०]
३४९ स्थिरचन्द्र [मुनि, ग० वा०] ४५, ४९, ६६ हर्षकुंजरगणि उपा० [क्षेम०] स्थिरदेव ६४ हर्षकुशल [आचार्य०]
३०३ स्थिरमुनि ३६५, ३७४ हर्षचन्द
२०२ स्थिरहर्ष [सागरचन्द्र०] ३३८ हर्षचन्द [आचार्य०]
३०३ स्थूलभद्र
१८१ हर्षचन्द [क्षेम०] स्थूलिभद्र [आचार्य] १२२, ३५३ हर्षचन्द्र
२३८ स्वरूपचन्द [आद्यपक्षीय] २९२ हर्षचन्द्र गणि
२११, २१४ स्वर्णमेरु २१२ हर्षदत्त
१२६ स्वर्णश्री
४१३, ४१९ हर्षनन्दन वादी २९७, २९८, ३०२, ३०३, ३०४ हंसाकुमारी [प्रकाशश्री]
४२३ हर्षनिधान [आचार्य०] हंसराज [आचार्य०] ३०३ हर्षप्रभा
१३९, ४०३ हंसविलास २५४ हर्षमुनि
३८३, ३९८ हंससागर ३७५ हर्षमूर्ति
१८९ हंसहर्ष [सागरचन्द्र०]
३३८ हर्षमेरु वा० [क्षेम०] हजारीनंद [आचार्य०]
३०३ हर्षराज हरखसागर ३७८ हर्षराज [जिनभद्र०] |
३४० हरचंद [सागरचन्द्र०] ३३८ हर्षलाभ
२३८ हरिकलशसूरि [रुद्र०] २६३, २६४ हर्षवल्लभ वाचक
२३१ हरिप्रभ [मुनि] १८५ हर्षविजय पं० [कीर्तिरत्न०]
३५०,३५१ हरिभद्र [प्र० जिनेश्वर० शि०] ८ हर्षविमल
२३१ हरिभद्रसूरि ९, १३, २७, ४०० हर्षविमलसूरि [आद्यपक्षीय]
२९२
३३४
३०३
३३४
२३१
(४६२)
परिशिष्ट-४
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