Book Title: Khartar Gacchha ka Bruhad Itihas
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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आनन्दविनयगणि उ० [ सागरचन्द्र० ] आनंदोदय
आनन्द श्री [ मह० ] आनन्दसागरसूरि [अन्य ग० ] आनन्दहर्ष वा० [ क्षेम० ]
आर्य महागिरि
आर्य रक्षितसू
आर्य सुहस्ति
आलमचन्द [ आचार्य० ]
आशानंद [मु०]
आसकरण [ आचार्य० जिनचन्द्रसूरि ]
आसमति [ सा०]
इन्द्रभान [आद्य० ]
इन्दिरा [ सा० हेमप्रभाश्री ] इलावल्लभ पं० [ क्षेम० ] इलाधर्म
उत्तमविजय
उदयकीर्ति [मु०]
उदयकीर्ति [ जिनभद्र० ]
उदयचन्द [ महो०]
उदयचन्द्र
उदयचन्द्र [बेगड़०]
उदयभान [आद्य० ]
उदयमूर्ति
उदयरत्न उपा० [ आद्य० ]
उदयराज गणि [ क्षेम० ]
उदयविलास
उदयश्री [गणिनी ]
उदयसागर [ अन्य ग० ]
उदयसागर [ जिनचन्द्रसूरि ] उदयसागर [ कीर्ति० ]
(४२८)
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३३६
२९४
१११, ४०२
३६
३३४
१८१
१४२
१६१, १७५, १८९,
१८३, १८७
३०३
३११
३०१
३४२, ३४३
उदयसार [क्षु०]
उदयसिंहसूरि [ अन्य ग०]
उदयसोम पं० [ क्षेम० ]
उदेचन्द [ आचार्य० ]
उद्योतनसूरि
उद्योतमुनि
२९२
१८९
२९१
३३०, ३३२
२७९
१२५
३८
२४५
३५०, ३७८
उद्योतविजय [ बेगड़० ]
उद्योत श्री
उपयोग श्री
६४, ११०, ४०१, ४०२
२९१
४२१
३३३
३८१ ऋद्धिमुनि
३०७ ऋद्धिशेखर
१२५ ऋद्धिसमृद्धि
ऋद्धिसागर
ऋद्धिसार महो० [ रामलाल ]
उपशमचित्त
उम्मेदचन्द [ क्षेम० ]
उम्मेदचन्द्र
उम्मेददत्त महो०
उम्मेदसागर
ऋद्धिकमल [ कीर्तिरत्न० ]
ऋद्धिनन्द [ सागरचन्द्र० ]
३२३
१५३ ऋद्धिसुन्दरी
२७४ ऋषभदत्त
३९८
२७६
३५७, ४०८, ४२०
४१३
१२८
३३०
३५५
३२३
३७८
३५०
३३७
३८३, ३८४, ३८५, ३८६, ३९३
३८१
४०३
३२५, ३५५, ३५७, ३७४, ४१०
३२७, ३३१
१२९, ४०३
५४
३३४
१३१, ४०३
२२२
१२९
३४६
१२९
३२८, ३३२
३६
३३२
ऋषभदास वा० [ क्षेम० ]
एकलक्ष्मी
कनक कवि
कनककलश
कनककलश [जिनभद्र० ]
कनककीर्ति
कनककुमार गणि [ क्षेम०]
कनककुशल [ अन्य ग० ] कनकतिलक गणि [क्षेम० ]
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१८१
३६, ३९
३३५
३०३
२
परिशिष्ट-४
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