Book Title: Kavyanjali Author(s): Amarmuni Publisher: Sanmati Gyan Pith AgraPage 14
________________ प्रश्नोत्तरी ( १ ) अधम से किस भांति महान हो ? प्रणत हो, न कभी अभिमान हो। स्व-पर - शंकर कार्य - वितान हो, तनिक भी ममता तवता न हो। (२) सुयश- केतु कदा फहरायगा ? पतित के प्रतिप्रेम दिखायगा। समझ बन्धु स्वकण्ठ लगायगा, नहिं घृणा कर नाक चढ़ायगा। अटल सत्यव्रती कब से बने ? जब कि सत्य कहे मधु - से सने । प्रण तजे न, सहे दुख भी घने, ' नित रहे हरिचन्द्र स्व - सामने । ( ४ ) पशु - सखा नर कौन यहाँ हुआ? शठ निजोदर पूरक जो हुआ । कुकृत काम - मदोद्धत जो हुआ तज विवेक परानुग जो हुआ। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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