________________
तीन सागरोपम जितना समय व्यतीत हो गया। उसके बाद पेंसठ लाख वर्ष व्यतीत हए, इत्यादि शेष कथन महत् मल्लि के समान समझना चाहिए। १७७. अर्हत अनन्त को यावत् सर्व दुःखों से रहित हुए plus the number of years since Malli, have passed सात सागरोपम जितना समय व्यतीत हो गया । उसके after Arhat Ananta. पश्चात पंसठ लाख वर्ष व्यतीत हए, इत्यादि शेष कथन अहंत मल्लि के समान समझना चाहिए। १७८, महंत विमल को यावत् सम्पूर्ण दुःखों से पूर्णतया 178. Sixteen sagaropamas, added to the years since मुक्त हए सोलह सागरोपम जितना समय व्यतीत हो ____Malli, have passed after Arhat Vimala. गया। उसके पश्चात् पैंसठ लाख वर्ष व्यतीत हो जाने पर, इत्यादि शेष वर्णन अर्हत मल्लि के समान समझना चाहिए। १७६. अर्हत् वासुपूज्य को यावत् सम्पूर्ण दुःखों से पूर्णतया 179. Forty-six sagaropamas, in conjunction with मुक्त हुए छयालीस सागरोपम जितना समय व्यतीत हो the number of years since Malli, have passed after गया। उसके पश्चात् पेंसठ लाख वर्ष व्यतीत हो जाने Arhat Vasupājya. पर, इत्यादि शेष वृत्त अहंत मल्लि के सम्बन्ध में जैसा कहा है वैसा ही यहां जानना चाहिए। १८०. अर्हत श्रेयांस को यावत सर्व दुःख-मुक्त हुए एक 180. A hundred sigaropamas, plus the years since सौ सागरोपम जितना समय व्यतीत हो गया। उसके Malli, have passed after Arhat Sreyarisa. बाद पैसठ लाख वर्ष व्यतीत हो जाने पर, इत्यादि शेष वर्णन जैसा अर्हत् मल्लि के सम्बन्ध में कहा है वैसा ही यहां जानना चाहिए। १८१. अहंतु शीतल को यावत् समस्त दुःखों से रहित 181. Ten million sagaropamas, minus forty two
thousand and three years eight-and-half months,
Lutus
amok
कल्पसूत्र २४७
Jan Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org