Book Title: Kaise kare Vyaktitva Vikas
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 73
________________ बच्चों को दीजिए बेहतरीन प्रेरणा मनुष्य की समस्त वृत्तियों एवं क्रियाओं का कोई-न-कोई प्रेरकतत्त्व अवश्य है।। जहाँ मनुष्य को किसी प्रबुद्ध या प्रतिष्ठित व्यक्ति के द्वारा प्रेरणा प्राप्त होती है, वहीं उसके जीवन में समाया हुआ स्वयं का प्रेरकतत्त्व उसे विभिन्न क्रियाओं एवं समायोजनों के लिए प्रोत्साहन देता है। ऐसी प्रेरणा को हम आत्म-प्रेरणा कहते हैं। ___ हमारी विभिन्न वृत्तियों में एक वृत्ति ऐसी भी है जो हमें विविध प्रकार के कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। प्रेरणा इसी वृत्ति का नाम है। यह अन्त:वृत्ति है। क्रियान्वयन वसमाचरण की स्थिति वास्तव में इस प्रेरणावृत्ति के कारण ही उत्पन्न होती है। मनुष्य की अन्त:प्रेरणा वृत्ति जब उसे किसी कार्य को करने के लिए प्रेरित करती है तो व्यक्ति अपनी क्रिया को तब तक जारी रखता है, जब तक उसके उद्देश्य की पूर्ति न हो जाए। प्रेरणा-वृत्ति के मुख्यत: तीन ही कार्य हैं-क्रिया को उत्पन्न करना, उस क्रिया को जारी रखना और उद्देश्य-पूर्ति न होने तक उसे समाप्त न होने ------------- ६६ - Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org


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