Book Title: Kaise kare Vyaktitva Vikas
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

View full book text
Previous | Next

Page 99
________________ संबोधि: श्री चन्द्रप्रभ हमारा हर कदम होश और बोधपूर्वक सम्पादित हो, संबोधि-साधना की यह पहली और अंतिम प्रेरणा है । संबोधि-साधना के महत्त्वपूर्ण पहलुओं पर उद्बोधन । सर्वजन हिताय; सर्वजन सुकाय । पृष्ठ 100, मूल्य 15/प्राकृत सूक्ति कोश : श्री चन्दप्रभ प्राकृत-भाषा एवं आगम-साहित्य की सूक्तियों का विश्वकोष; सन्दर्भ एवं हिन्दी अनुवाद सहित । श्री नाकोड़ातीर्थ का प्रकाशन । ___पृष्ठ 330, मूल्य 40/जिएँ तो ऐसे जिएँ : श्री चन्द्रप्रभ हमारी सोच और शैली मे ही छिपा है जीवन की हर सफलता का राज । स्वस्थ, प्रसन्न और मधुर जीवन की राह दिखाने वालीअनूठी पुस्तक। पुस्तक महल, दिल्ली का अभिनव प्रकाशन । पृष्ठ 128, मूल्य 30/व्यक्तित्व-विकास : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर जीवन और व्यक्तित्व के बहुआयामी पहलुओं पर एक बेहतरीन बाल-मनोवैज्ञानिक प्रकाशन । पृष्ठ 112, मूल्य 15/मारग साँचा मिल गया : महोपाध्याय चन्द्रप्रभ सागर अध्यात्म-पुरुष श्रीमद् राजचन्द्र के प्रमुख पदों पर मानक प्रवचन । आत्मभावी पाठकों के लिए स्वाध्याय की श्रेष्ठ सामग्री । पृष्ठ 100, मूल्य 15/पर्युषण-प्रवचन : श्री चन्द्रप्रभ पर्युषण-पर्व के प्रवचनों को घर-घर तक पहुँचाने के लिए एक प्यारा प्रकाशन; भाषा सरल, प्रस्तुति वैज्ञानिक । पढ़ें, कल्पसूत्र को अपनी भाषा में । पृष्ठ 112, मूल्य 20/जिन-सूत्र : श्री चन्द्रप्रभ भगवान महावीर की अमृत वाणी के नित्य पठन एवं प्रेरणा के लिए तैयार किया गया विशिष्ट संकलन; समणसुत्तं का संक्षिप्त/संशोधित रूप । अधिक प्रतियां मंगवाएँ और अपनी ओर से वितरित करें। पृष्ठ 80, मूल्य 3/आत्मदर्शन की साधना : श्री चन्द्रप्रभ आत्म-साधना के मार्ग को प्रशस्त करते विशिष्ट उद्बोधन । अष्टपाहुड़ के विशिष्ट सूत्रों पर नवीनतम विश्लेष्ण ।। पृष्ठ 112, मूल्य 12/सत्यम् शिवम् सुंदरम् : श्री चन्द्रप्रभ श्री चन्द्रप्रभ के विशिष्ट जीवन-सूत्रों का संकलन । बातें छोटी, भाव गहरे । जीवन के हर कदम पर काम आने वाली पुस्तक । पृष्ठ 160, मूल्य 30/ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 97 98 99 100 101 102 103 104