Book Title: Kaise kare Vyaktitva Vikas
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 98
________________ धर्म और जीवन-सापेक्ष चिंतन-प्रधान विशिष्ट साहित्य (अल्पमोली साहित्य,लागत से भी कम मूल्य पर) ऐसे जिएँ : श्री चन्द्रप्रभ जीने की शैली और कला को उजागर करती विश्व-प्रसिद्ध पुस्तक । स्वस्थ, प्रसन्न और मधुर-जीवन की राह दिखाने वाली प्रकाश-किरण। पष्ठ 110, मूल्य 15/ध्यानयोग : विधि और वचन : महोपाध्याय ललितप्रभ सागर ध्यान-शिविर में दिये गए प्रवचन एवं अनुभवों का अमृत आकलन; साथ ही ध्यान-योग की विस्तृत विधि । एक चर्चित पुस्तक । पृष्ठ 148, मूल्य 30/इक साधे सब सधे : श्री चन्द्रप्रभ जीवन को नई चेतना और दिशा प्रदान करने वाला जीवन-सापेक्ष आध्यात्मिक चिन्तन । ध्यान-साधकों के लिए विशेष उपयोगी । पृष्ठ 148, मूल्य 30/जागो मेरे पार्थ : श्री चन्द्रप्रभ गीता पर दिये गए विशिष्ट आध्यात्मिक अठारह प्रवचनों का अनूठा संकलन । गीता की समय-सापेक्ष जीवन्त विवेचना । भारतीय जीवन-दृष्टि को उजागर करता प्रसिद्ध ग्रंथ । एक बार अवश्य पढ़े। पृष्ठ 250, मूल्य 40/महाजीवन की खोज : श्री चन्द्रप्रभ धर्म और अध्यात्म का समन्वय स्थापित करता एकसम्प्रदायातीत ग्रन्थ । आचार्य कुंदकुंद, योगीराज आनंदघन एवं श्रीमद् राजचन्द्र के सूत्रों एवं पदों पर दिये गये अत्यन्त गहनगंभीर प्रवचन । पृष्ठ 140, मूल्य 25/समय की चेतना : श्री चन्द्रप्रभ समय और काल का हर दृष्टि से मूल्यांकन करते हुए समयबद्ध जीवन जीने की प्रेरणा देने वाली पठनीय पुस्तक । पृष्ठ 128, मूल्य 15/प्रेम की झील में, ध्यान के फूल : श्री चन्द्रप्रभ प्रेम की रसमयता और ध्यान की गंभीरता- दोनों को एक ही पात्र में उड़ेलती एक प्यारी पुस्तक । ___ पृष्ठ 90, मूल्य 15/पंछी लौटे नीड़ में : श्री चन्द्रप्रभ अन्तर-साधना एवं व्यक्तित्व-विकास के सूत्रों को मनोवैज्ञानिक तरीके से उजागर करता एक पठनीय ग्रन्थ । पृष्ठ 160, मूल्य 30/ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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