Book Title: Jesalmer ke Prachin Jain Granthbhandaron ki Suchi
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Motilal Banarasidas
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नाम
........
3-४3
त.ता.
............
.२१५
३९३
१२
CHEESEE
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........१-७
सर्व ग्रंथों का अकारादिक्रम - परिशिष्ट १ - ४४५
पत्र भंडार ग्रंथांक ग्रंथन नाम
कतो संवत् ग्रंथांक ।
पत्र संख्या
ग्रंथतुं नाम
कर्ता नाम
संवत् त.का. ८७९ |मरणांतिकअणसणगाथा.........
लों.का ३५७
महानिशीथ सूत्र आलापक ..... लो .का. १८८ मलयसुंदरी रास ................-शान्तहर्ष शिष्य जिनहर्ष . र.१७५१ --....१-८३ जि.ता ७२ ० महानिशीथसूत्र
.ले.१८६१
जि.का १०९ ० महानिशीथसूत्र ...... का १६६६ मलयसुंदरीचरित्र............... जयतिलकसूरि...
० महानिशीथसूत्र • मलयसुंदरीचरित्र पद्य (अपूर्ण). जयतिलकसूरि आगमिक
जि.का ४६८ महानिशीथसूत्रगत कमलप्रभाचार्य १७५० | मलयसुंदरीचरित्र-..... जयतिलकसूरि ..............१५६८ ...९३
अधिकार सरतवक ज्ञानरत्नोपाख्यान पद्य था.का.२७० ० महानिशीथसूत्र ..................
..... १४३ | मल्लिज्ञाताध्ययनगत आलापक.. जि.का. १९५१/९ महापच्चक्खाणप्रकीर्णक .............
... ५५-६० जि.का. २०२१ मल्लिनाथबृहत्स्त वन .............. कुशललाभ ......
लो.का ४४८ महाबलसन्धि (टक ...........
................१६६५ ......२-८ था .का. ४१० मल्लिनाथसंबंध ..................
जि.का १०२३ महाभारतशतसाहस्रीसंहितागत.......... हूं.का./२८८० मल्लिनाथकथा...................समयमाणिक्यगणि-पं.......१७३६
4......१०
लों.का. २७२ महामायी वाचक (ज्योतिष).. डूं.का. १५१ मल्लीजिन स्तवन........
|जि.का २२२१/२ ० महाविद्याविडंबन
बादींद्र
१०-२० जि.ता ४१/४ ० महत्पंचकल्प भाष्य .............. संघदासगणि क्षमाश्रमण .९७-१७४ था.का १८७ महावीर (दुरियरयसमीर) चरित्र जिनवल्लभ जि.का २१६०/११ महरियगुण
५४-५६
स्तोत्र सहवृत्ति जि.ता. १५१/२४ ० महर्षिकुलक
|....१४०० १५१-१५४ त.का. १६७ महावीर (दुरियरयसमीर)....... जिनवल्लभसूरि ..............१६ जि.का १३२६/३३ ० महर्षिकुलक
२५१-२५४
चरित्र स्तोत्र सह अवचूरि जि.का १३२६/३४ ० महर्षिकुलक .....
२५५-२५७ था.का. ३६९ महावीर (भावारिवारण) सम.....उदयसागर ..... जि.का ३५६/२ ० महर्षिकुलक (लुद्धा नरा०) ....
.. १६-१७/
संस्कृत स्तोत्र जि.का १११४ महर्षिकुलक सस्तबक ......
....... ३|त.का.
महावीर (भावारिवारण)..........क.मेरुसुंदरगणि ...... लों.का. ३५५ महादंडक............
.....१-२८
स्तोत्र सह वृत्ति जि.का ७२६ महादंडकबोल ..................
लो.का ५२१ ................१८७०
महाबीर २७ भवनुं स्तवन .... त.का. |९१८ महादंडकस्तोत्र
इं.का.८३८ महावीर जिन स्तवन..... जि.का १८३३ महादेवी दीपिकावृत्ति............धनराजगणि ............. र.१६५२ ....... २७ .का. ३९२ महावीर सत्तावीसभवस्तवन | |
...........ले.१८२९
महावीर सत्यावीस भवरतवन .. जि.का १८८९ महादेवीकोष्ठक ज्योतिष........
का. ५७२ महावीर स्तवन टब्बार्थ जि.का ११३९ महादेवीज्योतिषयंत्रावली.
लों.का ३४६ महावीर-रतवन. ११४२ महादेवीवृत्ति .................... धनराज-वृ...- ............१६९२ जि.ता,४१२ महावीरचरित्र .. |११६३ • महादेवीसारणी..
१५ त.का. ९८५ महावीरचरित्र..
जिनवल्लभसूरि ......
.......१२%
.....११
त.का. ७८७
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