Book Title: Jesalmer ke Prachin Jain Granthbhandaron ki Suchi
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Motilal Banarasidas
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भंडार नाम
ग्रंथांक
डूं.का. १२५० लों.का. १९ डूं.का.३३३ डूं.का. १०६९ डूं.का. २३६ ५.का.|१०८० त.का. ४०१
..११६९ ...१९८३
जि.का. १९९३
..१६३५
जि.का.२२१८ जि.का.२१७३ जि.ता ३५९/१ .का. १३०३
सर्व ग्रंथोंका अकारादिक्रम - परिशिष्ट १-४९७ पत्र भंडार ग्रंथनुं नाम कर्ता
ग्रंथांक संवत
ग्रंथर्नु नाम कर्ता
पत्र संख्या | नाम
संवत्
संख्या सौभाग्यपंचमीकथा ........
जि.का ३१९ हरियालीगीत ... स्थानांगसूत्र मूल................ सुधर्मास्वामी
....१६६३
...९-१५१ लों.का./१८६ हरिवंश प्रबंध (डाल सागर).....गुणसागर ................ ...र.१६७६ ....१-१३४ स्नात्रविधि सूर्यविजय-ले.
...............ले.१९०३ हंसराज + बच्छराजचौपई.
३५ त.का. ४२० हरिवंशकुल विचार हंसराज कथा ........१८७६ ...२९ जि.का/२२३२ हरिवंशपुराण .....
.१७२७ .२०१-३९६ हंसराज बच्छराज चौपई........ विनयमेरुमुनि
२२ जि.ता.१७१/८ हरिवंशपुराणगत उद्देशद्वय ....... हंसराज बच्छराजचौपाई........ जिनउदयसूरि
३३| जि.का १३५ हरिवंशपुराणगत उद्देशद्वय ...... खरतरगच्छ त.का. १२४५ हरिवंशप्रबंध ......
डालसागर .... हंसराजवच्छराजयोपाई अपूर्ण- .. ............१६४७.....१२-२५ त.का. ५३२ हरिवंशप्रबंध (ढालसागर).......- गुणसागरसूरि .......
१८२२ Jटक
त.ता. हरिविक्रमचरित्र ................. जयतिलकसूरि......
१४१५ हनुमंतवज्रकवच........ डूं.का. ९४३ हरिविक्रमचरित्र ................. जयतिलकसूरि ..........
.१८६० हनुमन्नाटक ............... हनुमंत.
जि.का ६२५
हलायुधनाममाला पंचमकांड....हलायुध .......... हम्मीरमदमर्दननाटक ............जयसिंहसूरि ...............१२८६
जि.का १८१० हारितोत्तर वैद्यकग्रंथ अपूर्ण .....! हर (हरि रस)
१२) डूं.का. ९१४ हिंसाष्टकसावधूरि ..............! हरिभद्रसूरि..
लों का ४८२ | हिंसाछंद + श्रावककर्तव्य ......... पाल्हभाट हररस संपूर्ण
.....१० जि.का २०२२ हितशिक्षा .......................धरणसी हरविजयमहाकाव्य .............. रत्नाकरकवि .......
जि.का ७४४/२ | हितशिक्षाद्वात्रिंशिका आदि....../क्षमाकल्याण आदि..... वागीश्वराङ्क डूं.का. ६८८ हितोपदेश (सुभाषित श्लोक)
...१८४२ हरि रस ईसर इं.का. १२१९ हितोपदेश पंचाख्यान ........... रत्नसिंह
............. हरिचंद्र राजा चौपई .. रंगहर्ष
लों.का २५७ हितोपदेश भाषा त्रूटक .......... हरिचंद्रराजाधौपाई भालचंद्र गणि. ३८ जि.ता/ १७१/३ ० हितोपदेशकुलक ...
११६९ हरिबलचरित्ररास-विबुधप्रिया अपूर्ण महिमासमुद्रगणि ....
जि.ता. १७१/ ४ ० हितोपदेशकुलक .....
११६९ हरिबलचौपई .... जितविजय..
जि.का १३६/३ 0 हितोपदेशकुलक ..... हरिबलरास.................. जिनसमुद्रसूरि .....
जि.का १३६/४ 0 हितोपदेशकुलक ... वेगडगच्छीय जि.का ९७४ 0 हितोपदेशप्रकरण,
प्रभानन्दसूरि
.१९८४ हरिबलचरित्र...
त.का. २४० हितोपदेशसित्तरी
जिनचंद्र 0 हरियाली ........ लाभोदय
जि.ता. १५७/५ ० हितोपदेशामृतप्रकरण ... प्रभानन्दसूरि .........१३१०/२०७-२६१ हरियाली गीत + पुष्पमाला ...... संवेगराज
१५८९ डूं.का. ६१० हितोपदेशरत्नमाला ......
... १८-२३ हरियाली पार्श्वनाथस्तवन.....
डूं.का.७९६ हितशिक्षाद्वात्रिंशिका ......... क्षमा कल्याण ......
ढूं.का. ८५० जि.ता.४०८
....१८२७
लों.का. ६०४ डूं.का. |७०७ डूं.का. |१०८७ जि.का ७१९ त.का.|११४६ जि.का ४३१
I.....३M
त.का. ३६४ जि.का ३४९/५ आ.का. १४३ था.का. ४५७
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