Book Title: Jesalmer ke Prachin Jain Granthbhandaron ki Suchi
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 629
________________ 9.82825 जैसलमेर तपागच्छ भंडार की पुरानी सूची- परिशिष्ट १०-५८१ जीवाभिगम वृत्ति............१९७ पदार्थ संग्रह - पंचलिंगी विवरण ........... १२० (चालावयोध).............. १७४ लोकनालि.......................२|हीरप्रश्न ...................... ३२ | पोथी २५ रायपषेणी वृत्ति उपदेश माला............... २३५ पंचलिंगी लघुवृत्ति ........... ३५ सूत्रकृतांग वृत्ति ........... २७३ |आवश्यक सूत्र ...............७२ अनुयोगद्वार अटक ............३० षट्पुरुषी विचार .............२० (राजप्रश्नीय)................. ६८ ऋषभ महावीर चरियं......४०७ डब्बा १७ री बीगत नाममाला वृत्ति.. .............१९४ ओघनियुक्ति वृत्ति ........... ७४ | आवश्यक टिप्पनक .........८५ | षट्दर्शन ......................२२ राज प्रश्नीय सूत्र .............५५ रत्न प्रकरण .................१९८ विशेषावश्यक बृहदवृत्ति क... र प्रकरण ......८ भक्त परिज्ञा.....................७ कर्म विपाक वृत्ति .............१६ राजप्रश्नीय सूत्र ................ पिंडविशुद्धि................... ३३ हरिविक्रम चारित्र ........... ३०० महिपाल चरित्र, प्रथम खंड...................३३० .....६० भव वैराग्य ....... षष्ठी शतक ................... ११ प्रश्नव्याकरण वृत्ति ........ सूत्रकृतांग नियुक्ति .............२ पंचाशक सूत्र.................७७ विशेषावश्यक बृहदवृत्ति ओपनियुक्ति सूत्र ............. २३ पाक्षिक ..... २३ पाक्षिक विचार ................१२ दसवैकालिक ................ २४ षष्टीशतक टीका .......... दशाश्रुत स्कं ध .................३ मेघदूत ................ द्वितीय खंड............... ओधनियुक्ति वृत्ति ............२०९ ३२५ उपदेश शतक................ २५ उपाशकदशांग वृत्ति ..........३१ ................ | कर्मसत्तरी. कुमारसंभव........ हब्बा १२ री बीगत खंदक.. |पिंडनियुक्ति ............... षोडस सूत्र ....................१० सप्तति जिन स्तोत्र .. जनशतक साधुकुल ... षोडस वृत्ति.................. ४४ विचार पत्र. भवभावना वृत्ति......... षड् आवश्यक ............... ४० हरिबल चरित्र आवश्यक टिप्पणक.........५७ हव्या १५ री बीगत संघाचार वृत्ति ............... २०६ प्रश्नोत्तर रत्नमाला....... काव्य कल्पलता वृत्ति ....... ५४ उपदेशमाला बालावबोध .... २४ | डब्बा २२ री बीगत | उपदेशमाला .............. भगवती सूत्र ................ ३९९ उत्तराध्ययन वृत्ति............ २६७ क्षेत्रसमास .. ................ मुपार्ध चरित्र ............... २२८ षट्स्थानक वृत्ति .... तत्वार्थ सूत्र ........... कल्पसूत्र सोनेरी ............२७ सारंगसार काव्य ............. ४३ नवतत्व विवरण ....... प्रश्नोत्तर रत्नमाला..........१८३ डब्बा १९ री बीगत प्रज्ञापना टीका ............. ४५२ श्रीपालरास ................... पदावली ....................... | ओघनियुक्ति .................. २८ तेजसार चोपई...............२५ उत्तराध्ययन सूत्र ............. ३५ विशेषणवती सूत्र ............. ११ डब्बा १६ री बीगत आवश्यक नियुक्ति डब्बा २३ री बीगत सम्यकत्वरत्न वृत्ति ......... ३१३ |श्रुकराज कथा.................११ दशवकालिक चूर्णि ........ १७५ यतिजीत कल्प सूत्र ........... ४ स्वर्णाक्षरी .................... ११७ प्रवचन सारोद्धार .............२६ दशवकालिक वृत्ति .......... २८ पंचसंग्रह.......................३३ आचारांग चूर्णि.............. २०९ यतिजीत कल्प वृत्ति......... ४६ डब्बा २० करन्पान्तरवाच्य............... ३७ षडशीति ...................... ५१ कर्मग्रन्थावरि ...............२७ बृहतकल्प चूणि ............ ३२१ दर्शन सप्ततिका वृत्ति ...... १९९ टक पन्ने उपासकदशांग................ ३८ उत्तराध्ययन टीका ...........४५ विवेक विलास ............... २२ बृहतकल्प भाष्य ............ २०१ श्राद्ध जीतकल्प सूत्र वृत्ति... ६० डल्या २१ री बीगत ज्योतिषरा ................... ज्ञाता धर्म कथांग ............ दर्शन शुद्धि प्रकरण ............७ व्यवहार भाष्य ..............१५२ वसुदेव हिंडी प्रथम खण्ड. १६७ वाग्भटालंकार................ अनुयोगद्वार सूत्र.............. ३२ क्षेत्रसमास ............... नलायन चरित्र ..............१३२ दशाश्रुत स्कन्ध सूत्र .........४६ समाचारी (विधिप्रपा).........३० अनुयोग वृत्ति ...............१५३ गणधर सूत्र................. कोमुदिय............ | पत्रवणा वृत्ति................ २११ डब्बा १३ री बीगत दशाश्रुत स्कन्ध चूणि ........ ५६ पच्चकखाण भाष्य............१२ योगशास्त्र .................. | सम्यक्त्व कौमुदी धर्म संग्रहणी वृत्ति ......... २७८ चउसरसा भगवती सूत्र ................ ३१२ .......................७ आदिनाथ देशना ...............५ औपपातिक वृत्ति .............५३ भाचारांग...........-- भगवती वृत्ति .............. ५०५ धर्मोपदेशमाला ............. १४३ पंचकल्प बृहत् भाष्य........७३ संस्तारक सूत्र ..................४ दशवकालिक सूत्र ......... योगशास्त्र बालावबोध ...... १२० कुमारसंभव टीका ...........४२ पंचकल्प चूर्णि ...............७३ भगवती बीजक...............१२ पुष्पमाला मूल ................ १९ जंबू चरित्र .................. उपदेशमाला .......... ओघनियुक्ति भाष्य ...........६७ डब्बा १८ री बीगत कालसत्तरी .....................२ ...........२ डब्बा १४ री बीगत कालाप व्याकरण ........... १६१ अनेकार्थ.......................३४ महानिशीथ सूत्र .............. ९६ शीलोपदेशमाला वृत्ति ...... १६० शीलोपदेश प्रकरण ............३ पोपकरण.......... रामकथा (सब ताडपत्रीय) ...................... २२ ऋषिमंडलसूत्रावचूरि ........ ५३ बृहत् कल्प सूत्र ...............९ महानिशीथ .................. २१५ पुष्पमाला वृत्ति .............. १२८ सप्तस्मरण .....................८ मृगांकलेखा चौपई ............ १९ दशवकालिक अवथरी ..... ३४ ज्योतिष करंडक टीका ..... १२२ आचासंग दीपिका कर्मग्रन्थ यन्त्र .................१०ऋषि मण्डल ...................१३ ४४ Jain Education International For Private & Personal use only www.jainelibrary.org

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