Book Title: Jambudwip Pragnapti Sutra
Author(s): Nemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh

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Page 440
________________ सप्तम् वक्षस्कार - नक्षत्र-मंडल आदि ४२३ हे भगवन्! लवण समुद्र में कितने क्षेत्र का अवगाहन कर कितने नक्षत्र मंडल हैं? हे गौतम! लवण समुद्र में ३३० योजन क्षेत्र का अवगाहन कर छह नक्षत्र मंडल हैं। इस प्रकार जम्बूद्वीप एवं लवण समुद्र के कुल आठ नक्षत्र मंडल हैं। हे भगवन्! सर्वाभ्यंतर नक्षत्र मंडल से सर्वबाह्य नक्षत्र मंडल कितनी व्यवधान रहित दूरी पर कहा गया है? __ हे गौतम! यह ५१० योजन की व्यवधान शून्य दूरी पर कहा गया है। हे भगवन्! एक नक्षत्र मण्डल से दूसरे नक्षत्र मंडल का व्यवधान रहित अंतर कितना आख्यात हुआ है? हे गौतम! यह दो योजन बतलाया गया है। हे भगवन्! नक्षत्र मंडल का आयाम-विस्तार, परिधि एवं ऊँचाई कितनी कही गई है? हे गौतम! नक्षत्र मंडल का आयाम-विस्तार दो कोस तथा परिधि इससे तीन गुनी से कुछ ज्यादा तथा ऊँचाई एक कोस कही गई है। हे. भगवन्! जम्बूद्वीप में मंदर पर्वत से सर्वाभ्यंतर नक्षत्र मंडल व्यवधान रहित रूप में कितनी दूरी पर कहा गया है? हे गौतम! जंबूद्वीप में मंदर पर्वत से सर्वाभ्यंतर नक्षत्र मंडल अव्यवहित रूप में ४४८२० योजन की दूरी पर कहा गया है। हे भगवन्! जंबूद्वीप में मंदर पर्वत से सर्व बाह्य नक्षत्र मंडल व्यवधान रहित रूप में कितने अन्तर पर बतलाया गया है? हे गौतम! यह ४५३३० योजन के अंतर पर बतलाया गया है। हे भगवन्! सर्वाभ्यंतर नक्षत्र मंडल का आयाम-विस्तार एवं परिधि कितनी बतलाई गई है? हे गौतम! सर्वबाह्य नक्षत्र मंडल का आयाम-विस्तार ६९६४० योजन एवं परिधि ३१५०८६ से कुछ ज्यादा बतलाई गई है। हे भगवन्! सर्व बाह्य नक्षत्र मंडल का आयाम-विस्तार तथा परिधि कितनी बतलाई गई है? हे गौतम! उसका आयाम-विस्तार १००६६० योजन एवं परिधि ३१८३१५ योजन बतलाई गई है। __ हे भगवन्! जब नक्षत्र सर्वाभ्यंतर मंडल को उपसंक्रांत कर गति करते हैं तो एक मुहूर्त में कितना क्षेत्र पार करते हैं? Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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