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जैन मुद्रा
योग की वैज्ञानिक एवं आधुनिक समीक्षा
71. ध्वज मुद्रा
इस मुद्रा का स्वरूप विधिमार्गप्रपा वर्णित मुद्रा नं. 23 के समान है। मुनि ऋषिगुणरत्नजी के अनुसार यह मुद्रा ध्वजा आरोपण के समय और शिष्य की पदस्थापना के अनन्तर दिखाई जाती है।
इसका बीज मन्त्र 'क' है।
72. शरा मुद्रा
संस्कृत शब्द शर का अर्थ बाण है। बाण एक प्रकार का अस्त्र है। इस मुद्रा में बाण का प्रतिरूप दर्शाया जाता है, अत: इसे शरा मुद्रा कहा गया है। मुद्राविधि के निर्देशानुसार शरा मुद्रा का प्रयोग धवल माया बीज का स्मरण करते समय, कामधेनु द्वारा दूध देने पर तथा आलोचना और उद्यापन के अवसान पर करना चाहिए । इसका बीज मन्त्र 'ख' है।
शरा मुद्रा