Book Title: Jain Hit Shiksha Part 01
Author(s): Kumbhkaran Tikamchand Chopda Bikaner
Publisher: Kumbhkaran Tikamchand Chopda Bikaner
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कगऊं नहौं कायसा, कर नहीं अनुमोटू नहीं मनसा, करू नहीं अनुमोटू नहीं बायसा, करूं नहीं अनुमोटू नहीं कायसा, कगऊं नहीं अनुमोटू नहीं मनसा कगऊ महौं अनुमोटू नहौं बायसा, कगऊं नहीं अतुमोद नहीं कायसा ।। श्रांक २२ बावीसको मांगा ६ नव :-. . :
दोय करण दोय जोगसें, कर नहीं कराऊ नहीं मनसा वायसा, करू नहीं कराऊं नहीं मनसा कायसा, करू नहीं कराऊ नहीं वायसा कायसा, करू नहीं अनुमाटू नहौं सनमा वायमा कर महौं अनुमोटू नहौं मनसा कायमा, करु नहीं अनुमोटू नहीं घायमा कायमा, करा नहीं अनुमोटू नहीं मनसा यायमा, कगऊ नहीं अनुमोटू नहीं मनसा कायमा, कराऊ नहीं अनुमोदू नहीं वायसा कायसा । प्रांक २३ तेवौसको भांगा ३ तीन :___ दोय करण तीन नोगमें करू नहीं कराऊ नहीं मनसा बायसा कायसा, कर नहीं अनुमोटू नहीं सनसा वायत्रा कायसा, कराऊ नहीं अनुमोद नहीं सनसा वायसा कायसा । शंक ३१ इकतीसको भांगा ३ तीन :
तीन कर्णएक जोगमें, करूं नहीं कराऊ नहीं