Book Title: Jain Dharm Ki Kahaniya Part 03 Author(s): Haribhai Songadh, Swarnalata Jain, Rameshchandra Jain Publisher: Akhil Bharatiya Jain Yuva Federation View full book textPage 9
________________ ग्रन्थमाला सदस्यों की सूची ग्रन्थमाला परमशिरोमणि संरक्षक सदस्य | ग्रंथमाला संरक्षक सदस्य श्री हेमल में | श्रीमती शोभादेवी मोतीलाल गिड़िया, खैरागढ़ श्री विनोदभ श्री स्वयं शरीर ग्रन्थमाल झनकारीबा: डाकलिया मीनाबेन स श्री अभिन श्रीमती सू कलकत्ता श्रीमती ज श्रीमती म ब्र. कुसुम ग्रन्थमा પથ્થર દ્વારા ઓં આવ્યક્તિ પશે એવી ઈગલી ભાવના સાથે જ જેવંતલાલ અમૃતલાલ મહેતા પરિવાર (लज ब्र. हरिलाल नना लाई) તરફથી સપ્રેમ श्रीमती प्राशना -मो. ९४२८० 3555७ शेन : ०२८१-२४४०१७ कत्ता श्रीमती पुन श्रीमती राई, बम्बई श्रीमती श्रीयुत गांव र्राफ, दिल्ली बन्द शाह श्रीमती स्व.हीस श्रीमती स्व. मथुराबाइ फापरणाNTILym श्रीमती कंचनदेवी दुलीचन्द जैन, गिड़िया, खैरागढ़ | श्रीमती पतासीबाई तिलोकचंद कोठारी, जालबांधा (7)Page Navigation
1 ... 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84