Book Title: Jain Dharm Ki Kahaniya Part 03
Author(s): Haribhai Songadh, Swarnalata Jain, Rameshchandra Jain
Publisher: Akhil Bharatiya Jain Yuva Federation

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Page 69
________________ जैनधर्म की कहानियाँ भाग-३/६७ “अरे कृष्ण ! तुम सो गये !! उठो.... भैया ! मैं पानी लेकर आ गया हूँ।" - , | जन्म में या मरण में.... रे जीव ! तू तो अकेला ही है। उन्होंने तो यही सोचा कि थकान के कारण श्रीकृष्ण को नींद आ गई है, अतः श्रीकृष्ण को जगाने के लिए हिलाकर कहा – "उठो.... भाई ! मैं तुम्हारे लिए पानी लेकर आ गया हूँ।" परन्तु कौन उठे ? कौन बोले ? बहुत प्रयत्न किया, परन्तु श्रीकृष्ण न उठे। तब बलभद्र उन्हें कन्धे पर उठाकर आगे चल दिये।

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