Book Title: Jain Bal Shiksha Part 3
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 17
________________ ( १२ ) अयोध्या पहुँचने पर लोगों ने रामचन्द्र जी को अपना राजा और सीताजी को अपनी महारानी बनाया। इसी तरह बहुत दिनों तक सीता जी रामचन्द्र जी के साथ सुख से रहीं और उनकी सेवा करती रहीं। सीता जी अपने धर्म में इतनी मजबूत थीं कि उन्होंने राजा रावण की रानी बनना मंजूर नहीं किया। रावण ने . सीता जी को अपनी रानी बनाने की भरसक कोशिश की, किन्तु सीता जी अपने धर्म से नहीं डिगीं। . यही कारण है कि, लोग आज भी बड़े आदर से उनका नाम लेते हैं और उनकी प्रशंसा करते हैं। __जैन धर्म में सोलह सती मुख्य मानी जाती हैं। सीता जी की गिनती भी उन सोलह सतियों में है। अभ्यास १. सीता जी के पिता कहाँ के राजा थे ? २. सीता जी का विवाह कैसे हुआ ? ३. रामचन्द्र जी की मदद किन लोगों ने की ? .४. क्या हनुमान जी बन्दर थे ? ५. रावण के. यहाँ से सीता जी कैसे छुटी ? ६. सीता जी के जीवन से क्या शिक्षा मिलती Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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