Book Title: Jain Bal Shiksha Part 3
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 37
________________ ( ३२ ) कार्तिक कृष्णा चौदस को छोटी दिवाली होती है और अमावस्या को बड़ी दिवाली मनाई जाती है। छोटी दिवाली की रात को एक-दो मामूली दीपक जलाये जाते हैं, किन्तु बड़ी दिवाली को खूब रोशनी की जाती है। दिवाली को खील, बताशे, मिठाइयाँ, खिलौने और पकवानों की भरमार रहती है। घरों और दुकानों को भी खूब सजाया जाता है। तुम जानते हो, दिवाली क्यों मनाई जाती है ? नहीं जानते तो लो सुनो। आज से ढाई हजार वर्ष पहले महावीर भगवान हुए थे। उन्होंने दुनिया में फैले हुए पापों को दूर किया और धर्म का उपदेश दिया। वे वर्ष की अवस्था में बिहार प्रान्त के पावापुरी नामक स्थान पर कार्तिक कृष्णा अमावस्या की रात्रि के अन्तिम के अन्तिम पहर में मोक्ष पधारे थे। ७२ चूँकि वे तीर्थंकर भगवान थे, इसलिए उस समय उनके दर्शन के लिए इन्द्र लिए इन्द्र देवता, राजा और प्रजा के लाखों लोग वहाँ आये। अन्धकार के उन्होंने Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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