Book Title: Jain Bal Shiksha Part 3
Author(s): Amarmuni
Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra

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Page 63
________________ १८ नल-दमयन्ती आजकल की नहीं, हजारों वर्ष पहले है, कि भारतवर्ष की अयोध्या नगरी में, के एक बहुत बलवान, गुणी और विद्वान राजा नल अपनी प्रजा से बड़ा प्रेम अतएव उनका यश दूर-दूर तक Jain Education International की बात नल नाम राजा थे। करते थे, फैला हुआ था। विदर्भ देश के राजा भीम की पुत्री दमयन्ती भी उस युग की बहुत सुन्दर सुशील लड़की थी। उसकी प्रशंसा भी दूर-दूर तक फैली हुई थी । राजा नल ने ने दमयन्ती दमयन्ती के के और दमयन्ती ने राजा नल के रूप और गुण की बहुत प्रशंसा सुनी। दोनों एक-दूसरे को चाहने लगे। सौभाग्य से जब दमयन्ती दमयन्ती ने अन्य सब राजाओं को स्तरांतर हुआ तो For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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