Book Title: Hindi Gujarati Dhatukosha
Author(s): Raghuvir Chaudhari, Dalsukh Malvania, Nagin J Shah
Publisher: L D Indology Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 20
________________ हिन्दी - गुजराती धातुकोश . क्रियाएँ कार्य अथवा निर्धारित लक्षण व्यक्त करती हैं- प्लेटो की यह स्थापना उनके समय की दृष्टि से उल्लेखनीय लगती है. अरस्तू ने प्लेटो का वर्गीकरण मान्य करते हुए उन दो वर्गो में जिनका समावेश नहीं होता ऐसे उभयान्वयी का एक नया वर्ग सूचित किया. मध्यकाल तक पहुँचने के बाद ही पाश्चात्य व्याकरण संज्ञा, क्रिया और विशेषण के भेद करता है. जोन लायन्स कहते हैं कि भारतीय व्याकरणशास्त्र की परंपरा स्वतंत्र होने के साथ-साथ पाश्चात्य ग्रीक - रोमन परंपरा से अधिक वैज्ञनिक भी थी. ध्वनिविज्ञान तथा शब्दों की आंतरिक संचरना की दृष्टि से तो भारतीय विद्वानों का कार्य अनेक विद्वानों ने सराहा है. " रोबर्ट ए. होल बताते हैं कि लेटिन और रोमन भाषाओं में क्रियाओं के 'स्टेम' हुआ करते थे जिनके साथ विविध एण्डिंग्स - प्रत्यय लगते थे. 17 ( अब हम पश्चिम के कुछ भाषाविदों द्वारा दी गई 'क्रिया' तथा धातु' की कुछ परिभाषाएँ देखें. डायोनिसियस थ्रेक्स के अनुसार : The verb is a part of speech without case-inflextion, admitting inflextions of tense, person and number, signijying an activity or a being acted upon. 18 - क्रिया एक ऐसा पदप्रकार है जिसे नाभिक विभक्तिप्रत्यय लगते हैं और जिसका अर्थ क्रिया या तो क्रिया-विषयक कोई व्यक्ति होता है. — अवस्थावाचक क्रियापद तथा वर्क्स आफ एक्शन - व्यापारवाचक क्रियापद के बीच भेद किया है. पाश्चात्य विद्वानों ने स्टेटिक वर्ब सम्बन्धित रूपों के साथ धातु के लक्षण स्पष्ट करते हुए होल धातु के प्रति भाषक की सर्तकता तथा भाषिक संरचना को लक्ष करते हुए लिखते हैं: When we speak of " roots" and "stems we are of course referring to elements which are to be abstracted from sets af related forms (nouns, verbs, etc.) by the process of observing and standing partial similarities. We do not imply, in setting up roots or stems that they are noun or must necessarily have been separate entities or free forms. Speakers of different languages vary greatly in their awarness of the existence and interplay of roots; in the English speech community, Such awareness seems relatively uncommon, where as it is said that speakers of Russian are very much aware of the role of roots and stems in their language. Nor are roots' or 'stems' determinable by any aprioristic principles; the analyst can define them as best suits his convenience in describidg the structure of the language. Our criteria will often differ from one language to another, 19 धातु तथा स्टेम अंग के विषय में बात करते समय हम आंशिक साम्य का ध्यान रखते हुए (संज्ञा, क्रिया आदि ) सम्बद्ध रूपों के वर्गों से निकाले हुए मूल तत्त्वों को लक्ष करते हैं, धातु या अंग का वर्गीकरण करते समय उनको अलग और स्वतंत्र इकाइयाँ सूचित करना हमें अभिप्रेत नहीं होता. धातुओं के अस्तित्व एवं आंतर - विनियोग के बारे में सभी भाषाओं के Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 ... 246