Book Title: Dharmabinduprakaranam
Author(s): Haribhadrasuri, Jambuvijay, Dharmachandvijay, Pundrikvijay
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust

View full book text
Previous | Next

Page 352
________________ (२२९) ८८ ५४,५६ (१०६), (११९) । १३७ सवृत्तिके धर्मबिन्दौ पञ्चम् परिशिष्टम् १३१ (४२७) ८८,९० (२४२) (२२९),(२३६) (२३४) (२३२) विशेषनामानि २७९ युधिष्ठिर वसन्तपुर(नगर) वसु(प्रवादी) व्यास(प्रवादी) वाल्मीकि(प्रवादी) वायु(प्रवादी) विश्व(प्रवादी) शक(कुल) शबर(कुल) शालिभद्र(महर्षि) स्थूलभद्र(आचार्य) सम्राट्(प्रवादी) समुद्रदत्त(वणिक्) सांख्य सुधर्मस्वामि(गणधर) सुन्दरीनन्द(साधु) सुमङ्गला(वणिक्स्त्री) सुरगुरु(प्रवादी) सुरगुरुशिष्य सिद्धसेन(प्रवादी) सैद्धान्तिक सोमदेव(वणिक) सौगत क्षीरकदम्ब(प्रवादी) क्षेमङ्कर(वणिक्) (२४४) (८३) (११७) (२४६) (४८६) (१४६) (२४३) (२३८) (१४६) Jan Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379