Book Title: Chhandonushasan
Author(s): Hemchandracharya, H C Bhayani
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
View full book text
________________
[100] पर रहेला भ्रमरोना गुंजारवथी धमकी आपे छ ।'
नोंध :- आ प्रमाणे जेनां बेकी चरणोमां नव मात्रा छे तेवा आठ पेटाप्रकारोनां उदाहरण थयां ।
हवे जेनां बेकी चरणोमां दस मात्रा छे तेवा पेटाप्रकारोनां उदाहरण । विद्युल्लता
जेनां बेकी चरणोमां दस मात्रा छे अने एकी चरणोमां अगियार मात्रा छे ते विद्युल्लता छंद- उदाहरण :
'विज्जुलय' मेह-मज्झि, अंधारइ गोरी । कवण स हत्थ-भल्लि, कुसुमाउह तोरी ॥ ८६
'मेघ मध्ये अंधारामां गोरी दीसती वीजळी होय पछी हे कामदेव, तारा हाथमां बीजुं क्युं बाण होवू जरूरी ?' पंचाननललिता
जेनां बेकी चरणोमां दस मात्रा छे अने एकी चरणोमां बार मात्रा छे ते पंचाननललिता छंद- उदाहरण :
संत?हं मयगलहं, चिक्कारिहिं कलिअ । रण्णाइं वि वज्जरहिं, 'पंचाणण-ललिअ' ॥ ८७
'त्रासेला हाथीओना चित्कारवाळां अरण्यो सिंहोनी लीला सूचवे छे ।' मरकतमाला
जेनां चरणोमां दस मात्रा छे अने एकी चरणोमां तेर मात्रा छे ते मरकतमाला छंदनुं उदाहरण :
फुल्लंधुअ-धोरणीउ, लया-वण-गोच्छिहिं । नव-'मरगय-मालि'आउ, नाइ मह-लच्छिहिं ॥८८
'लताओना पुष्पगुच्छो उपर रहेली भ्रमरावलिओ जाणे के वसंतलक्ष्मीनी नवी मरकतमाळाओ होय तेवी दीसे छे ।' अभिनववसंतश्री
___जेनां बेकी चरणोमां दस मात्रा छे अने एकी चरणोमां चौद मात्रा छे ते अभिनववसंतश्री छंदनुं उदाहरण :
कर असोअ-दल मुहु कमलु, हसिउ नवमल्लिअ । 'अहिणव-वसंत-सिरि' एह, मोहण-छइल्लिअ ॥ ८९ ___ 'अशोकपर्ण जेनां हाथ छे, कमळ जेनुं मुख छे अने नवमल्लिका जेनुं हास्य
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org