Book Title: Chhandonushasan
Author(s): Hemchandracharya, H C Bhayani
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
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गाथा
आ छंदशास्त्रमा आ उपरांत जे कोई छंद प्रचलित होय, पण तेनुं निरूपण न कर्यु होय तेनुं नाम गाथा समजवू ।
गाथानुं उदाहरण : दश धर्मं न जानन्ति, धृतराष्ट्र निबोधनात् । मत्तः प्रमत्त उन्मत्तः, क्रुद्धः श्रान्तो बुभुक्षितः त्वरमाणश्च भीरुश्च, लुब्धः कामीति ते दश ॥ ७३
'हे धृतराष्ट्र, एवा दस प्रका. को छे, जे उपदेश करवा छतां पण धर्म समजता नथी । ए दस आ प्रमाणे छे : मदमत्त, प्रमादी, उन्मत्त, क्रोधी, थाक्यो, भूख्यो, उतावळो, कायर, लोभी अने कामी ।'
नोंध :- गाथामांत्रण के छ चरणोनो श्लोक होय छे ।
हेमचंद्राचार्य-रचित वृत्तियुक्त छंदोनुशासननो 'द्विपदी वर्णन' नामनो सातमो अध्याय समाप्त ।
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