Book Title: Charitrya Suvas
Author(s): Babulal Siddhsen Jain
Publisher: Shrimad Rajchandra Sadhna Kendra Koba

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Page 4
________________ समर्पण जिन्हें जीवनविकासकी अभिलाषा है, जो अपने जीवनमें ध्येयनिष्ठ हैं, जो विविधलक्षी सद्गुणसंचयके कार्यक्रममें उत्साहपूर्वक कूद पड़े हैं, जिन्होंने सन्मार्गकी उपासनासे ही सत्य सुखकी प्राप्तिकी श्रद्धाका दृढ़ किया है, और ऐसा करनेसे जो सच्चे अर्थमें 'सत्यम् शिवम् सुन्दरम्'के उपासक हुए हैं ऐसे सभी सज्जनोंको यह कृति सादर समर्पित करते हुए हमें आनन्दका अनुभव होता है। - प्रयोजक Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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