Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 04
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy
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८५०
६९५४ वडवानल रसः ७०४४ विद्याधर रसः
७११५ वृहद्गुल्मकालानलो रसः
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५७६० यवान्यादि"
५७६२
५७६३
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कषाय-प्रकरणम्
५०४३ मुशल्यादियोगः ग्रहणी नाशक सरल योग
६५६४ व्याघ्यादिकषायः कफज संग्रहणी
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५९१० रामठादि ५९१४ रास्नादि ५९१८ रुचकादि
६२२२ लवङ्गादि
६५७४ वचादि
चूर्ण-प्रकरणम्
५११० मरिचादिचूर्णम् वातज संग्रहणी, अरुचि
५११९ महाक्षारः
ग्रहणी दीपक, अर्श, कृमिनाशक
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17
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55
2
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भारत
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त- भैषज्य रत्नाकरः
हर प्रकारका गुल्म, शूल गुल्मलीहादि
गुल्म, शोथ
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(२२) ग्रहणी - रोगाधिकारः
कफज संग्रहणी
पित्तज संग्रहणी, प्रवाहिका
संग्रहणी, अतिसार,
क्षय, अर्श
वातज संग्रहणी
कफज
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ग्रहणी दोष, अग्नि
मांद्य, अ
सार.
संग्रहणी
संग्रहणी, शोध, ज्वर, नाना वर्ण वाला अति
६१८२ रामठाधा वर्तिः
मिश्र-प्रकरणम्
६६३७ विश्वाद्य ६६५७ व्योषादि
६६१२ विडंगादिचूर्णम् संग्रहणी रोगान्तर्गत
विष्टम्भ
संग्रहणी
संग्रहणी, अरुचि, शोथ,
ज्वर
६६५९ व्योषादि संग्रहणी नाशक, अग्नि पुष्टि कान्तिवर्द्धक
५१८४ मेथी मोदकः
५१८५
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(वृहद )
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गुटिका-प्रकरणम्
५१५९ मदनमोदकः
संग्रहणी, शूल, (अग्निवर्द्धक)
५१७९ मुण्डयादिगुटिका पित्तज संग्रहणी ५१८१ मुस्तकादिमोदकः रक्तग्रहणी, ज्वर, ५१८२ मुस्तकाद्य ग्रहणी, अग्निमांद्य, आम,
अर्श
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अफारा तथा शूल
नाशक गुदवर्तिः
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[ गुल्म
५७७५ यवान्याद्यागुटिका संग्रहणी ५७७६ योगराज ६२५२ लवण वटी
निर्बलता, अरुचि
संग्रहणी, अग्निमांध
संग्रहणी, अर्श, छर्दि, अरुचि (आममें अत्युपयोगी)
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अतिसार
दीपन, पाचन
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