Book Title: Barsasutra
Author(s): Dipak Jyoti Jain Sangh Mumbai
Publisher: Dipak Jyoti Jain Sangh Mumbai

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Page 177
________________ 40 2500 40 4500 40 4500 40 वासिष्ठ गोत्रीय स्थवीर आर्य सुहस्ति के दो स्थवीर अन्तेवासी थे, एक सुस्थित स्थवीर और दूसरे सुप्पडिबुद्ध स्थवीर । ये दोनों कोडिय काकंदक कहलाते थे और ये दोनो वग्धावच्च गौत्र के थे । कोडिय काकंदक तरीके प्रसिद्ध बने और व्याघ्रापत्य गोत्रवाले सुस्थित और सुप्रतिबुद्ध स्थवीर के कौशिक गोत्रीय आर्य इन्द्रदिन्न नाम के स्थवीर अन्तेवासी थे । कौशिक गोत्रिय आर्य इन्द्रदिन्न स्थवीर के गौतम गोत्रीय स्थवीर आर्यदिन्न नामके अन्तेवासी थे। गौतम गोत्रिय स्थवीर आर्यदिन्न के कौशिक गोत्रिय आर्य सिंहगिरि नाम के स्थवीर अन्तेवासी थे, आर्य सिंहगिरि के जाति स्मरण ज्ञान को पाये हुए और कौशिक गोत्रिय आर्य सिंहगिरि स्थवीर के गौतम गोत्रिय आर्य वज्र नाम के स्थवीर अन्तेवासी थे । गौतम गोत्रिय स्थवीर आर्य वज्र के उत्कौशिक गोत्रिय आर्य वज्रसेन नाम के स्थवीर अन्तेवासी थे । उत्कौशिक गोत्रिय आर्य वज्रसेन स्थवीर के चार स्थवीर अन्तेवासी थे । 1. स्थवीर आर्य नागिल, 2. स्थवीर आर्य For Private & Personal Use Only ation International 40514054050140

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