Book Title: Barsasutra
Author(s): Dipak Jyoti Jain Sangh Mumbai
Publisher: Dipak Jyoti Jain Sangh Mumbai

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Page 209
________________ 4045 1 40 45 140 150040 (२६७) प्र. सूक्ष्म पनक कौनसी है ? उ. सूक्ष्म से सूक्ष्म चर्म चक्षु से न देखी जा सके ऐसी सूक्ष्म पनक है। उसके पांच प्रकार है वो इस प्रकार से - १. काली पनक, २. हरि पनक, ३. लाल पनक, ४. पीली पनक, और ५. सफेद पनक । पनक याने लील फूल - सेवाल काई । वस्तु पर एक जाति के उस वस्तु के समान रंग के जो सूक्ष्म जीव उतपन्न होते है, उनको छद्मस्थ साधु-साध्वियों को जानकर अच्छी तरह से देखकर प्रति लेखना करनी चाहिये । (२६८) प्र. अब बीज सूक्ष्म कौन से और किसे कहते है ? उ. बीज जो इतना छोटा कि उसे चर्म चक्षु से देखा नहीं जा सकता वे पांच के होते है, - १. काला जीवसूक्ष्म, २. हरा बीज सूक्ष्म, ३. लाल बीज सूक्ष्म, ४. पीला बीज सूक्ष्म, और ५. श्वेत बीज सूक्ष्म । छोटे से छोटे कण के समान बीज सूक्ष्म बताया गया है। अर्थात् जिस रंग की अनाज की कणी होती है। उसी रंग का बीज सूक्ष्म होता है, छद्मस्थ साधु-साध्वियों को उन्हें बारंबार अच्छी तरह जान, देखकर त्यागना चाहिये । dation International For Private & Personal Use Only 203 4045 140 1500 40 500 40

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