Book Title: Arhat Vachan 2003 01
Author(s): Anupam Jain
Publisher: Kundkund Gyanpith Indore

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Page 36
________________ 2.15 Jain, Laxmi Chandra Indian Value for ) Derived from Aryabhata's Value (Takao Hayashi & Others), (लेख), 2 (3) 69-70 - B 2.16 जैन, अनुपम प्राकृत विद्या प्राकृत अध्ययन एवं सांस्कृतिक मूल्यों की त्रैमासिक पत्रिका (सम्पादन डॉ. प्रेमसुमन जैन), 2 (3). 71 B 3.1 B 3.2 B 3.3 B 3.4 B 3.5 B 5.1 B5.2 शुक्ल, राममोहन जैन आगमों में वनस्पति विज्ञान (कन्हैयालाल लोढा), (पुस्तक), 3(1), 51-52 : - B 3.6 जैन, अनुपम बालकों एवं किशोरों को संस्कारित करने का श्रेष्ठ प्रयास जैन बालादर्श (सम्पादक श्रेयांसकुमार जैन), (पत्रिका), 3 (4), 64 शुक्ल, राममोहन : संग्रहणीय दस्तावेज - बावनगजा महामस्तकाभिषेक स्मारिका (अनुपम जैन), (पुस्तक), 3 (2), 61-62 जैन, लक्ष्मीचन्द्र : अहिच्छत्रा की पुरा सम्पदा ( डॉ. रमेशचन्द्र जैन), (पुस्तक), 3 (3), 77 Jain Laxmi Chandra: Aryabhața-I and his Contribution to Mathematics (Parmeshwar Jha), (Book), 3(3), 78 B 6.1 जैन, लक्ष्मीचन्द्र: प्रभा चन्द्र कृत कथा प्रबन्ध (कथा कोष) (पुस्तक), (अनु. - रमेशचन्द्र जैन), 3 (4), 63-64 B 6.2 B 7.1 B 7.2 B7.3 B 8.1 B 8.2 B 8.3 B8.4 34 B5.3 जैन, अनुपम जैन सिद्धान्त भवन ग्रंथावली भाग २ (सम्पादन ऋषभचन्द्र जैन 'फौजदार ) (पुस्तक), ' - : 5 (1), 62 आर्य, सुरेन्द्र कुमार : ऐतिहासिक हिन्दी काव्य - ग्वालियर नामा (द्विज बादलदास), (पुस्तक), 5 (1), 59-60 जैन, अनुपम शोधार्थियों की मार्गदर्शिका ( प्राकृत एवं जैन विद्या शोध सन्दर्भ) (संकलन कपूरचन्द्र जैन), (पुस्तक), 5 (1), 61 B5.4 Amar, Gopilal Acharya : The Tao of Jain Sciences (Prof. L.C. Jain), (Book), 5 (1), 27-28 B5.5 जैन, प्रकाशचन्द्र गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती अभिवन्दन ग्रन्थ (सम्पादक ब्र. रवीन्द्रकुमार जैन) (पुस्तक), 5 (2), 129-130 - Lishk, Sajjan Singh : Ancient Geography of Ayodhya ( Shiv Narayan Pandey) (Book), 6(2), 33-34 शुक्ल, राममोहन शाकाहार मानव सभ्यता की पहली सुबह ( नेमीचन्द जैन) (पुस्तक) 6 (3), 197-199 जैन, निधि ऋषभ को समझे बिना भारतीय संस्कृति के प्रारम्भ को समझना असंभव (पत्रिका समीक्षा), 7(2), 44 Amar, Gopilal Acharya: Secret of Face Readings (Lishk, Sajjan Singh) (Book), 7(2), 83 Amar, Gopilal Acharya Astrological Talks (Lishk, Sajjan Singh), (Book), 7(2), 85-86 जैन, अनुपम : वाग्दीक्षा : स्वरूप एवं महत्व (सुदीप जैन) (पुस्तक) 8 (2), 53 जैन, जयसेन : जैनधर्म का सरल परिचय ( बलभद्र जैन), (पुस्तक), 8 (2), 55 जैन, मेघराज : महामंत्र णमोकार वैज्ञानिक अन्वेषण (रवीन्द्र कुमार जैन), (पुस्तक), 8 (2), 56 जैन, प्रकाशचन्द्र : बारस अणुपेक्खा (आचार्य कुन्दकुन्द, अनु. - बलभद्र जैन), (पुस्तक), 8(3), 71-72 अर्हत् वचन, 15 (1-2), 2003 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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