Book Title: Arhat Vachan 2003 01
Author(s): Anupam Jain
Publisher: Kundkund Gyanpith Indore

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Page 111
________________ Ph.D. 1. 'शुभचन्द्राचार्य विरचित पाण्डव पुराण का समीक्षात्मक अध्ययन' (संस्कृत), डॉ. (श्रीमती) रूबी जैन, सहारनपुर, नि. डॉ. कैलाशचन्द्र जैन, जे. वी. जैन संस्कृत कॉलेज, सहारनपुर, मेरठ वि. वि. (सम्प्रति चौधरी चरणसिंह वि. वि.), मेरठ, 1993. 2. 'साहित्याचार्य डॉ. पन्नालाल जैन विरचित चिन्तामणित्रय का समीक्षात्मक अध्ययन' (संस्कृत), डॉ. अनिलकुमार जैन, दमोह, नि. डॉ. भागचन्द जैन 'भागेन्दु', दमोह, डॉ. हरिसिंह गौर वि.वि., सागर, 1994. 3. 4. 'आचार्य योगीन्दु (जो इन्दु) एक अनुशीलन' (संस्कृत), डॉ. (श्रीमती) वन्दना जैन, दमोह, नि. - डॉ. भागचन्द जैन 'भागेन्दु', शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दमोह, डॉ. हरिसिंह गौर वि.वि., सागर, 1997. 6. 5. 'जैन विषयवस्तु से सम्बद्ध आधुनिक हिन्दी महाकाव्यों में सामाजिक चेतना' (हिन्दी), डॉ. (श्रीमती) सुशीला सालगिया, इन्दौर, नि. डॉ. दिलीप चौहान ( इन्दौर), देवी अहिल्या वि. वि. इन्दौर, 1999. 8. - 'जैन संस्कृत पुराणों में विहित पुराकथाओं के स्रोत एवं स्वरूप का अध्ययन' (7 वीं से 10वीं शताब्दी तक ) (इतिहास), डॉ. (कु.) वन्दना जैन, जयपुर, नि. - डॉ. विनयकुमार जैन, जयपुर, इतिहास एवं भारतीय संस्कृति विभाग - राजस्थान वि.वि., जयपुर, 1994. 9. ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में (वैदिक 7. 'आयुर्वेद के विकास में जैनाचार्यों का योगदान काल से 17 वीं सदी तक ) (इतिहास), डॉ. (कु.) शकुन्तला जैन, उज्जैन, नि. - डॉ. शचीन्द्रप्रसाद उपाध्याय, माधव महाविद्यालय, उज्जैन, विक्रम वि.वि., उज्जैन, 1999 11. 'जैन धर्म एवं गीता में कर्म का सिद्धान्त एक समाजशास्त्रीय तुलनात्मक अध्ययन' (समाज शास्त्र), डॉ. (श्रीमती) अंजली सराफ w/o श्री अशोककुमार मोदी, ग्वालियर, जीवाजी वि.वि., ग्वालियर, 1999. - 'प्रमुख जैन पुराणों में प्रतिपादित राजनीति का समीक्षात्मक अध्ययन' (राजनीति शास्त्र), डॉ. (श्रीमती) सरोज चौधरी, इन्दौर, नि. - डॉ. उषा तिवारी, इन्दौर, क्रिश्चियन कॉलेज, इन्दौर, देवी अहिल्या वि. वि, इन्दौर, 1999. 'आचार्य श्रीधर और उनका गणितीय अवदान' (गणित), डॉ. (श्रीमती) ममता अग्रवाल, मेरठ, नि. प्रो. सुरेशचन्द्र अग्रवाल एवं डॉ. अनुपम जैन, इन्दौर उच्च शिक्षा संस्थान, चौधरी चरणसिंह वि.वि., मेरठ, 2001. 10. 'इन्दौर नगर के जैन समाज में प्रमुख जैन साध्वियों की सामाजिक परिवर्तन में भूमिका' - एक समाजशास्त्रीय अध्ययन ( समाजशास्त्र), डॉ. (श्रीमती) अलका जैन, इन्दौर, नि. प्रो. आर. के. नानावटी, इन्दौर, देवी अहिल्या वि. वि, इन्दौर, 2002. अर्हत् वचन, 15 (1-2). 2003 'जैन रामायणों में राम का स्वरूप' (हिन्दी), डॉ. (श्रीमती) अनुपमा छाजेड़, इन्दौर, नि. डॉ. पुरुषोत्तम दुबे, कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, इन्दौर, देवी अहिल्या वि. वि., इन्दौर, 2002. Jain Education International For Private & Personal Use Only 109 www.jainelibrary.org

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