Book Title: Arhat Vachan 2003 01
Author(s): Anupam Jain
Publisher: Kundkund Gyanpith Indore

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Page 117
________________ कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ पुरस्कार श्री दिगम्बर जैन उदासीन आश्रम ट्रस्ट, इन्दौर द्वारा जैन साहित्य के सृजन, अध्ययन, अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ के अन्तर्गत रु.25,000 = 00 का कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रतिवर्ष देने का निर्णय 1992 में लिया गया था। इसमें नगद राशि के अतिरिक्त लेखक को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया जाता है। गत वर्षों के पुरस्कारों का विवरण निम्नवत् हैं पुरस्कृत विद्वान पुरस्कृत कृति समर्पण तिथि : 1: पुरस्कृत विद्वान पुरस्कृत कृति समर्पण तिथि : पुरस्कृत विद्वान पुरस्कृत कृति समर्पण तिथि : : पुरस्कृत विद्वान पुरस्कृत कृति समर्पण तिथि : पुरस्कृत विद्वान पुरस्कृत कृति : समर्पण तिथि : 1993 संहितासूरि पं. नाथूलाल जैन शास्त्री, इन्दौर प्रतिष्ठा प्रदीप ( प्रकाशित ) 6.6.93 Jain Education International 1994 प्रो. लक्ष्मीचन्द्र जैन, जबलपुर The Tao of Jaina Sciences (अप्रकाशित ) 22.2.95 1995 प्रो. भागचन्द्र जैन 'भास्कर', नागपुर जैन इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व (पांडुलिपि) 13.3.96 1996 डॉ. उदयचन्द्र जैन, उदयपुर जैन धर्म स्वरूप विश्लेषण एवं पर्यावरण संरक्षण (पांडुलिपि) 28.6.97 तथा आचार्य गोपीलाल 'अमर', दिल्ली Jaina Solution to the Pollution of Environment (Manuscript) 28.6.97 पुरस्कृत विद्वान पुरस्कृत कृति : जैन गणित समर्पण तिथि : 29.3.2000 1997 कोई प्रविष्ठि पुरस्कार योग्य नहीं पाई गई। 1998 प्रो. राधाचरण गुप्त, झाँसी 1999 पुरस्कृत विद्वान डॉ. प्रकाशचन्द्र जैन, इन्दौर पुरस्कृत कृति हिन्दी के जैन विलास काव्यों का उद्भव और विकास (वि.सं. 15201999 तक) समर्पण तिथि : 4.3.2000 अर्हत् वचन, 15 ( 12 ), 2003 For Private & Personal Use Only 115 www.jainelibrary.org

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