Book Title: Arhat Vachan 2003 01
Author(s): Anupam Jain
Publisher: Kundkund Gyanpith Indore

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Page 46
________________ P1.1 जैन, मिश्रीलाल कुन्दकुन्दाचार्य 1 (1), 8 P 2.1 P 4.1 P 5.1 P 6.1 अर्हत् वचन वर्ष - 1 (1988-89 ) से वर्ष 14 (2002) में प्रकाशित कविताओं की वर्षानुसार सूची (8) 44 Dubey, Mahesh: A Tribute to Ramanujan,, 2 (3), 85-86 कासलीवाल, रमेश कुन्दकुन्द मुनिवर, 4 (2-3), 18 जैन, स्नेहरानी भ्रूण की व्यथा, 5 (2), 119-120 चन्दनामती (आर्यिका) : पुत्र के बाद पिता का अभिषेक, 6 (2), 83-84 P 6.2 Nijananda Sagar, Muni World Famous Statue at Sravanbelgola, E6 (2), 35-36 P 9.1 जैन, शिवचरनलाल : कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ कीर्ति:, 9 (1), 92 P 10.1 जैन, नाथूराम डोंगरीय श्री ऋषभाभिनन्दनम् 10 (2), 18 Jain Education International प्रकाशन स्थल प्रकाशन अवधि मुद्रक एवं प्रकाशक राष्ट्रीयता पता मानद सम्पादक राष्ट्रीयता अर्हत् वचन के सम्बन्ध में तथ्य संबन्धी घोषणा ( फार्म 4 नियम 8 ) पता स्वामित्व त्रैमासिक देवकुमारसिंह कासलीवाल : भारतीय 580, महात्मा गांधी मार्ग, इन्दौर 452001 : डॉ. अनुपम जैन : भारतीय : ज्ञानछाया, डी 14, सुदामा नगर, इन्दौर - 452009 : कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, 584, महात्मा गांधी मार्ग, इन्दौर - 452001 मुद्रण व्यवस्था : सुगन ग्राफिक्स, यूजी 18 सिटी प्लाजा, म. गांधी मार्ग, इन्दौर मैं देवकुमारसिंह कासलीवाल एतद् द्वारा घोषणा करता हूँ कि मेरी अधिकतम जानकारी एवं विश्वास के अनुसार उपरोक्त विवरण सत्य है। - : इन्दौर 31.3.2003 - देवकुमारसिंह कासलीवाल अध्यक्ष- कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, इन्दौर For Private & Personal Use Only अर्हत् वचन, 15 (1-2), 2003 www.jainelibrary.org

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