Book Title: Anekarth Ratna Manjushayam Author(s): Hiralal R Kapadia Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund View full book textPage 9
________________ अनेकार्थरत्नमञ्जूषाया विषयानुक्रमणिका. १ स्मरणपत्रिका ( गौर्जरगिरि ) २ आमुखम् (गौर्जरीरि । ३ प्रस्तावना ४ अर्थरत्नावली ( अष्टलक्षार्थीत्यपराया ) ५ गायत्रीविवरणम् ६ हरिशब्दार्थगर्भितः श्रीवीतरागस्तवः · ७ सारङ्गशब्दार्थसङ्कलिता श्री ऋषभजिनस्तुतिः ८ 'सारङ्ग' शब्दषष्ट्यर्थमयः श्रीमहावीर जिनस्तवः ९ 'पराग' शब्दाष्टोत्तरशतार्थनिबद्धं साधारण जिनस्तव ।। १० 'सबत्थ' शब्दार्थ समुच्चयः ११ 'परवाया' शब्दार्थनिरूपणम् १२ नमस्कारप्रथमपदार्थाः १३ एकाक्षरनाभमाला १४. एकाक्षरनाम मालिका १५ पउमामेत्यादिगाथाया अनुयोगचतुष्टयव्याख्या १६ गोशब्दकाव्यम् १७ नमस्कारसूत्रं संटीकम् १८ उवसग्गहरस्तोत्रं टीकायुगलालङ्कृतम् Jain Education International For Private & Personal Use Only ५ ७ ९-२० १-७०. ७१-८२ ८३ ८४-८५ . ८५-८६ ८७-९० ९१-९८ ९९-१०२ १०३ -११८ ११९-१२२ १२३-१२७ १२७-१३३ १३४ १-६ ७-२४ www.jainelibrary.orgPage Navigation
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