Book Title: Agam 28 Prakirnak 05 Tandul Vaicharik Sutra Author(s): Punyavijay, Suresh Sisodiya, Sagarmal Jain Publisher: Agam Ahimsa Samta Evam Prakrit Samsthan View full book textPage 5
________________ अर्थ-सहयोगी स्व० श्री खोंवराज जो चोरडिया-मद्रास : एक परिचय - प्रस्तुत ग्रन्थ के प्रकाशन में स्व० सेठ श्री खींवराज जी चोरडिया की पुण्य स्मृति में उनके परिवारजनों ने अर्थ सहयोग प्रदान किया है। स्व० सेठ खींवराज जी का जन्म नोखा ( चंदावत्ता ) राजस्थान में हुआ । अल्पवय में ही आप व्यवसाय हेतु मद्रास आ गये और अगरचन्द मानमल नामक फर्म पर कुछ व्यावसायिक योग्यता अर्जित कर स्वबुद्धि और मेहनत से अपना अलग से बिल्डर्स का कार्य प्रारम्भ किया। थोड़े ही समय में मद्रास के बिल्डरों में आपका विशेष स्थान बन गया। आपने मद्रास एवं बैंगलोर में इस कार्य के साथ-साथ 'खींवराज मोटर कम्पनी' नाम से वाहन उद्योग में भी बहुत प्रसिद्धि प्राप्त की। आप जैन समाज के प्रमुख सेठ मोहनमल जी चोरडिया के अनुज थे। आपकी धर्मपत्नी श्रीमती भंवरी देवी चोरड़िया बहुत उदार हृदय की धर्मपरायण महिला हैं । आप भी धार्मिक एवं शिक्षा सम्बन्धी कार्यों में मुक्त हस्त से दान देती है । आपके श्री देवराज जी एवं नवरतन मल जी दो पुत्र हैं जो पिता की तरह ही उदार एवं शिक्षाप्रेमी हैं। सेठ खींवराज जी सा० प्रारम्भ से ही सामाजिक एवं शैक्षणिक कार्यों में बहुत रूचि रखते थे । आपने नोखा में स्थानक और स्कूल बनवाये एव कई समाजोपयोगी कार्य किये । आपने मद्रास में लड़कियों के कालेज के लिए विशाल जमीन खरीद रखी है। जिस पर उनके पुत्र कॉलेज बनवाने के लिए प्रयत्नशील हैं। . संस्थान के कार्यों में आपके परिवार का सदैव योगदान रहा है। उनके इस योगदान के लिए संस्थान सदैव आभारी रहेगा। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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