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कार ६०२
विपय और प्रनादि
पत्राक विषय और प्रश्नादि
पत्राक ___ सस्था० सम्मछिम मे सपत्र कही है, ५९८ | धारह याजन इत्याटि , श्रीन्द्रि तीन कोस , मनुष्य मे ६ सस्थान सम्मू० मे ऊही है, छौ धौरिद्री चारकोस , पचेद्रिय १००० योजन दारिक शरीर की कितनी की प्रवगाहना है
इत्यादि इत्यादि ५९९ जोयणमहस्मछगा यह सग्रहणि गाथा २ मनु पचित्रीकाय एकद्रिय श्रौदारिक शारीरावगाहना
प्यौदारिक शरीरावगाहनाधिकार उत्कृष्ट जघन्य अगुल असख्यात भाग एव अ वैक्रिय शरीर द्वि लेद व्यक्तव्यताधिकार पर्याप्त पर्याप्त , एव सूक्ष्म पर्याप्ता पर्याप्त, या वैफिय शरीर सस्थान धक्तश्यताधिकार
दर पर्याप्ता पर्याप्त मी, एय अप्काय भी ६०० नारकी ग्रादि दरक में क्रियशरीर सस्थान तजस्काय वायुकाय भी ऐसे ही कही, बनस्पति वैक्रिय शरीरावगाहना वक्तव्यताधिकार
मे जघन्य अगल प्रसख्यात भाग उत्कृष्ट सा आहारक शरीर यक्तव्यताधिकार तिरेक हजार योजन एव पर्या० अगुल अस आहारकशरीर सस्थान घक्तध्यताधिकार ख्यात भाग,
तेजसशरीर यक्तव्यता द्वीन्द्रिय जघन्य अगुल असख्यात भाग उत्कृष्ट तेजमशरीर सस्थान निर्णय २५ तटक मे
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