Book Title: Agam 24 to 33 Das Prakirnak Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 361
________________ यरजहा समारंमिशणते माईणचप्पमणाण १०० नपणोदगंपितासि सागरसलिलाउयउयरंसंचालियसममा जीण माईणचणमणाण , नित्यित्नयमरणसम जमणसरिसनिविएलख तम्हारमरण करबिटममत्तसरीरा २ वनहमसरीर श्वस्योजीवतिनिबियमई दरकपरिकंसकर बिदममस्तसरी ३ जावडयकिचिदह सरीरंमाण सबससारे पत्तछपातसुप्तो कायस्सममप्तदोसेण १ तम्हासरीरमाइ शनित्तरबाहिरनिरषिसेस बिदममप्तसुधि हियजई इबसिमुच्चिउदहाण ५ सछेउयसगापरीसहेय तिविहेणनिजिणाह हिलज्जएमनिधिए मुहोहिसियाराहठ मरणे ६ माजपसरीरसताविउ शतकाहिचहरुद्दाइ सुधिरपियलिगो वियहरुदाणिकवप्ति ७ मिष्ठसुयघघवाई इछामिछेसहदियास रागोवादोसोवाई सिमग्णनकायहो ८ ऐगायकेसुपुणो विउलासुयवेयणामुहन्नासु सम्म । अहियासताइ णमोहियएणधिसिका ९ यापलियसागराइ सढाणिमेमरयतिरियजाईसु फिपुणसुहासाण णमो | सारंनरदहति १० सोलसरोगायफासहिया जहविक्षिणाचउत्यण पाससहस्सासप्तउसा गणधरथचठगएण ११ तहत | मठकाल देहेनिरवस्कयउप्रधाएप सिलच्छितलावगाइ यथायफाधिसहियदा १२ पारियछायगनतो रायोप ठीहसहिमोमूढो घुगहपरमसदा सीयसुकोषियमणुस्सा १३ सायसटिलुकलोहिय मसघसापेसिधिग्गलचितू उ प्पाइयापट्टी माइजहरकसपञ्जाव १५ तणयनिधियणगतूण तुसुधिहियसगासे शाहियचरिचनरो सीहोमिय

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