Book Title: Agam 24 to 33 Das Prakirnak Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 322
________________ साहिया तिरियलोए यसखेागुण, तेलोक्को ष्यसखेडागुणा, उहलोए श्वसख गुणा, छहोठोए बिसे साहिया । खप्ताणुवाएण सत्योषा ष्याउकाइया पतप्तया उडलोयतिरियलोए छहालोयतिरियलोए वि साहिया, तिरियलोए सख गुणा, तेलुक् श्रसख जगुणा, उहुलीए सस्ते गुणा, ष्यहोलोए विसे साहिया । स्वप्ताणुघाएण सत्याया तेउका हुया उदुलोयतिरियलीए होलोयतिरियलोए बिसेसाहिया, तिरियलोए ष्षसख गुणा, तेलुको प्रसख ज्य०, उहलोए सखित०, होलोए विसे साहिया । ख ताणु तिरि वाएण सइत्योषा तेउकाडया अपातया उठीयतिरियलोए होलोयतिरियलाए बिसेसाहिया, सगुणा, तेलुक् श्वसखियगुणा, उहुलोए सखे ज्यगुणा, खहालोए बिसेसाहिया । खप्ता जुवाएण सत्योत्रा तेउकाइया पज्यतया उहुलोयतिरियलोए होलोयतिरियलीए बिसेसाहिया, तिरि लाक विशेपाचा तियकलाने घसरूपेयगुवा खेलोको रुपया अलोके यसस्यपगुवा अधोलोक विज्ञपाधिका । त्रानुवासन सवस्ता महायिका अलोकतियक्लोकाकोलाक विधेयाचिका तिर्यक्लोके सवपयमुखा मेलाका सश्यपखा असलीके स evere were foक्षपापिका । देवानुवातेन सवतोमा स्तत्र काया अपर्याप्ततथा अलोकतियक्ला के चोलाकतियब्लाक विशेषाधि ar reunite अपपमुख प्रेलोक्पे असल्ययनुखाः अतुला असरूपयगुवा प्रधालोके झपाधिका । हत्रानुवातेन स्वस्तोमास्तव काय कापर्यातया लोकालयक्लाथ पालोकतिया के विशेषचका लोक प्रसस्येयगुण बेलोक्य पसवयेपगुवा ऊसुतोष सपेय लोकलिलोक प्रचालोक निर्यत्नाके विशेषाधिकार तियसला गया अपोलो पाrचका सर्वस्तामा वायुकाचिका अस्पताल सश्पयनुषा अलोके प्रससमयनुपा घालावे विचपा क्षेत्रानुवासन सर्वतोमा धायुकापिका अपर्याप्ततय PR* WIN DÐ BERUFSBEEF BEDECIN WE HENRI


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