Book Title: Agam 24 to 33 Das Prakirnak Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

View full book text
Previous | Next

Page 328
________________ करे २ हितो ष्णप्पाषा४ १ गोयमा । सष्ठत्योया एगपदेसोबगाढा पगला दष्ठयाए सुखेप एसोयगा ढा पगला दठाए सखिगुणा सखित पदेखा गाढा पाग्गला दष्ठया ए सखिजागुणा पदसठयाए सच्चत्यावा एगपदसांगाढा पाग्गला पदेसच्याए सखियापदे सांगाठा पोग्गला पदेस घ्याए सखेागुणाष्‍ सखेपदसांगाढा पोग्गला पदं सहयाए एस खंडागुणा दवठपदसठया सत्योवा एगपदसोगाढा पोग्ग ला दचव्यपदेसठ्याए सखेापदेसोगाढा पाग्गला दबठाए ससगुणा तत्र पएसठयाए सखे गुणा सखिप एसो गाढो पोग्गला दष्ठयाए ष्णसखेल गुणा तचय पण्ठयाए सखिगुणा । एएसिण जन एगसमयष्ठितयाण सखिजासमय द्वितीयाण सखिका समय द्वितीयालय पोग्गलाण दष्ठयाए पदे सहयाए दचष्ठपदसङ्ख्याए कयरे २ हितो छप्पाया४ ० गोयमा । सत्यावा एगसमयहिझ्या पोग्गला दष्ठया" सखग्रासमयष्ठितीया पोग्गला दष्ठयाए सखागुणा सखिया समय ठिईया पोग्गला दष्ठयाए [प्रदाता] सस्यपदावगाढा पुढला प्रदेशातया सख्ययनका प्रमुख्यय प्रदेशमा पटुला प्रदझायतया प्रसस्येपगुवा द्रव्यप्रदद्याथ तया सवामा एकदशावगाडा पुद्गला याच प्रदशाचतया समझा। पुद्धला द्रव्यमाचया सरापपप्रदक्षावगाता। पुला व्यायतपास से चैव प्रदाता] सस्यपगचा सस्यपदावगाव पुल माघतपा परपपगुवात चेत्र प्रदशाचतया सप गुना। यहां प्रदत्त समयस्थितिकामा सख्यमसमयात्पतिका मामसरूप यस मयास्पतिकाना पट्टयामा द्रव्याचतया प्रदेशातया द्रव्याचप्र दशाचतथा कलरे२२ । गौतम सवस्तामा एक्सनपस्थितिका पट्टला द्रव्याचतथा समय समपास्पतिवा पुला द्रयार्थतया सरपेपगुवा च मस्तिका पुद्गला द्वयार्थव्या अद्यापपा सवस्तामा एकसमपस्थितिवाः पुद्गलाः प्रदेशाचतया सबपसमपस्थिति VDEO 55050DBGOOS

Loading...

Page Navigation
1 ... 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388