Book Title: Agam 24 to 33 Das Prakirnak Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 330
________________ छह नते । सधजीवप्पऊ महादम्य वत्तहस्सामि सइत्योषा गलयकतियमणुस्सा मणुस्सी सखेजगुणा चादरत उकाडयापासया शसखिजागुणा शृणुप्तरोषवाइया देवा शसखेजगुणा उयरिमगेवेजागा देवा सखज्जगुणा मज्झिमगेवेगा देवा सखेनगुणा हेठिमगवेजागा देवा सखेडागुणा चच्चएकप्पे देवा सखे उनगुणा धारण कप्पे देवा सखेडागुणा पाणए कप्ये देवा सखेडागुणा थाणएकप्पे देवा सखिजागुणा शहे सत्समाए पुढषीए णेरडया शसखेजगणा बहीए तमाए पुढपीए नेरइया शस० सहस्सारे कप्पे देवा व सखिजगुणा महासुक्क कप्पे देवा छसखिजगुणा पत्रमाए धूमप्पनाए पुढवीए णेरइया शस० लतए कप्पे देवा श्यसखेागणा, धउत्पीए पकप्पनाए पुढबीए नेरडया आसखेजगुणा बनलाए कप्पे देवा शसखेज गुणा सच्चाए वालुयप्पनाए पुढयाए रइया आसखेडागुणा माहिद दवा सखिजगुणा सणकुमारे कप्पे पप प्रमा। सबनीवाल्प वय महादया वतयिष्यामि सवतोमा गनgaiमियममष्या मामुप्प सण्यातगुणा वादरतेनवापिका पर्याप्ततया || प्रसम्पपपुवा मुत्तरापपातिमा देवा पसमयमा पारतवपदा दवा सम्पयगमा मध्यमवयका दवा सस्पषगुणाः पयसनवयमा देवाः सरपपगायुत कम्पे दवा सरपयगमा पारव्ये रुप वा सम्पपगया पानये करप देवा सस्यपगणा चामत एपे देवा सस्पेपगणा पच सप्तमाया पाचव्या नैरपिका प्रसस्येयगमा पष्ठतमार्ण पपिव्या नरायबा पस साम्रार रूप देवा सम्पपगुणा महामुक कल्प देवा । वस्येवगवा पत्रमापा पमपनाया पाचव्या मरायका पसभ्ययमणा लामापे देवा सम्यगणा पतुप्या पत्रमार्या पाचव्या मरयिमा समय पगमा प्रमलाक स्पे दवा पसरप यगमा वनीपस्या वासानाया पधिष्य। मरपिका पसमय यगुणा माटे देवा पसस्य यगया सन मार स्प दवा सये पगा दिनीपस्या करममाया पपिया मेरपिका पसस्य यगुष समाचमममप्या प्रसस्य यगुणाः शाम पाएप देवा

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