Book Title: Agam 24 to 33 Das Prakirnak Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur

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Page 326
________________ लोयतिरियलो विमसाहिया, तिरियलोए शुसखेनगुणा उद्लोए शसखिजागुणा शहोलोए बिसेसाहिया मिाण वाण मन्वयोवा पोग्गला उदिसाए शहाढिमा विमसाहिया उत्तरपुरच्छिमेण दाहिणपञ्चच्छि मेणय दापि तुल्ला शसखेडागुणा । दाहिण परच्छिमण उत्तरपञ्चच्छिमे गय दोषि तुवा विमसाहिया पुरच्छि मण शुमखंजगणा पच्छिमण विससाहिया दाहिण ण विम साहिया उत्तरेण विसमाहिया खेप्ताणुयाएण सत्याया दबाइ तलुक्क उम्सलोयतिरियलोए शुणतगुणाइ शुहोलोयतिरियलाए घिसंसाहियाइ उहुलोए शुमखन थहोलो शुणतगुणा तिरियलाए सस्विगुणा दिसाणुमाएण सष्ठत्योवा दवाइ शहटि सा उहृदिमाए शुणतगुगाइ उतरपुरच्छिमेण टाहिणपञ्चच्छिमेण दोषि तुलाइ शसखेडागुणाइ दाहिण पुरच्छिमण उत्तरपच्छिमणय दावि तुल्बाइ विसेसाहियाइ पुरच्छिमम शसखजागगाइ पञ्चच्छिमेण वि ससाहियाइ दाहिणेण विसेसाहियाइ उप्तरण विसे साहियाइ। एएसिण नत । परमाणपोग्गलाण सखेजप EDIOPIEDOTOSpeani.00am-म | विपारिता उत्तर दिशेपासता । मानुगतेन सवतामानि तव्याविनाक्ये वसुमातियकमा प्रमामि पालातियकमाफे विश पाहतानि शुलाके सस्पयगुवान प्रयोलाक चमसमुपामि तियफवा पसम्यगाम दिशामवातेन सस्तोमानि यानि पाहिशाया महामायाममनगवान सप्तरवस्था वा पधिमाथा पाराप तस्यान्यसम्यपगणानि दास पयस्याम तरपाचमाया श्योरपि तस्यानि वि सपानानि । यतपा प्रदन्त । परमार पदलामा सम्पपप्रादाबामामसम्पपप्रादावामानाममन्समादेशबामा च स्यामा व्यापतया प्रदेशा पतया शापादेवापतया तर० । मौतम सवस्तीमा पमतदायबा स्वया यातया परमाय पदमा द्रव्याचतपा मन्तगया सस्प पपदायका स्कपा द्रव्याचतपा सस्पेपगुणा सस्समदशिका स्वधा द्रव्यापवया उसस्पेयमुपा प्रदशावया सखोमा पमन्यप्रदेशका सी

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