Book Title: Agam 24 to 33 Das Prakirnak Sutra Shwetambar
Author(s): Rai Dhanpatsinh Bahadur
Publisher: Rai Dhanpatsinh Bahadur
View full book text
________________
घादरतसकाढया थपषप्रत्तया शसखिजगुणा ३ । पत्तेयसरीयादरवणस्सहफाइया पण्जत्तया यसखिज्ज गुणा ।। यादरनिगोदा पज्जप्तया शसखिज्जगुणा ५। पायरपुढधिकाइया पञ्जत्तया शसखेज्जगेणा ६ । चादरश्चाउकाइया पउजत्तगा खसखिज्जगुणा ७। बादरवाउकाइया पजत्तगा थसखेउजगुणा८यादरतउ काइया शपजत्तया शसखिजगुणा ९ । पतंयसरीवादरयणस्सहकाइया थपज्जतया यसोज्ज०१०। बादनिगोदा थपत्तया यसखे० ११ । घादरयाउकाहया शपज्जप्ता शसखे० १२ । धादरयाउका हया थपतया यसखे० १३ । बादरयाउकाइया चपळत्ता शसस्ने० ११ । सुकामसेवकाइया थप प्तया यसले गुणा १५ । सुचामपटविकाइया थपत्तगा विसेसाहिया १६ । सुमधाउकाझ्या थप जत्तगा विसेसाहिया १७। सुझमबाउकाइया चपजाप्ठया विसेसाहिया १८ सुडामतेउकाड्या पंज्जष्ठया सखि०१९ । राजमपुढविकाड्या पाजत्तया बिसेसाहिया २०। हुमशाउँकाइया पज्जनगा विसेसाहिया सुखमयाउकाइया पत्तया बिससादिया सुझमनिगोंदी चपजजया स हमहुमेनिंगों। बसस्पेपणा । पर्याप्रमाऽपरेरणपतिवापि
गोपिया या पतिजामिनोवो पतिव्यमुखाः ५। पर्याप्तमारपधि चापिका
नागपर्याप्तवादरमिनो अलर पसन्मेपनुवाः । पोबारावीचसस्पेपगुण पिर्याप्तवादरवायुवापिका पापपनुवाः पाप्तबावरतेबस्थानिया पर
पासप्रबिरीरबावरवनस्पतियामिना सवनमा। अपर्याप्तवाररनियोहा पमुख पर्याप्तबाररपचिनीवापिंवा परसपना १२ । अपर्याप्तवापरापापिया अवस्यामा पोहचापरवापुवापिका समयमुषा १ पासपूमनमामिला न्य पिपोपवनपचिपाविणा पिपालिकामाविला पाnिmomenture
कि
+
AANTEDOAda

Page Navigation
1 ... 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388