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203. सत्य से सिद्धि
सव्वा उ मंत जोगा सिज्झति धम्म अत्थकामा य । सच्चेण परिग्गहिया, रोगा सोगा य नस्संति ॥
श्री अभिधान राजेन्द्र कोष [ भाग 6 पृ. 326] धर्मसंग्रह अधिकार 2, श्लोक 26 टीका
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सत्य के प्रभाव से सभी मन्त्र, योग, धर्म, अर्थ और काम सिद्ध हो जाते हैं और सारे रोग - शोक भी नष्ट होते हैं ।
204. सत्य सर्वस्व
सच्चं जसस्समूलं, सच्चं विस्सास कारणं परमं । सच्चं सग्गद्दारं, सच्चं सिद्धीइ सोपाणं ॥
श्री अभिधान राजेन्द्र कोष [ भाग 6 पृ. 326] धर्मसंग्रह 2/59
सत्य यश का मूल कारण है, सत्य विश्वास का मुख्य कारण है, सत्य स्वर्ग का द्वार है और सत्य सिद्धि का सोपान है ।
205. सत्य ही भगवान्
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तं सच्चं भगवं ।
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श्री अभिधान राजेन्द्र कोष [भाग 6 पृ. 327]
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प्रश्नव्याकरण 2/7//24
सत्य ही भगवान् है ।
206. सत्य, प्रकाशक
सच्चं
...... पभासकं भवति सव्वभावाण ।
श्री अभिधान राजेन्द्र कोष [भाग 6 पृ. 327 ]
प्रश्नव्याकरण
2/7/24
सत्य-समस्त भावों-विषयों का प्रकाश करनेवाला है ।
207. सत्य ही सारभूत
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सच्चं लोगम्मि सारभूयं ।
अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-6• 107