Book Title: Abhidhan Rajendra Koshme Sukti Sudharas Part 06
Author(s): Priyadarshanashreeji, Sudarshanashreeji
Publisher: Khubchandbhai Tribhovandas Vora

Previous | Next

Page 227
________________ सक्तिहका अश । 16 99 294 3. 33. 140. 151. 264. 276. 531. चत्तारि मंगलं-अरिहंतामंगलं । चाहिं ठाणेहिं जीवा मणुस्सताए । चइत्ताणं इमं देहं । चउबिहेवि आहारे । चरणगुण विप्पहीणो । चरित्तेणं निगिण्हाई । चउक्कसायावगए स पुज्जो । ची चीराजिणं निगिणिणं । 295 442 448 1174 51. 6 121 छि 105. छिदं ममत्तं सुविहिय ! 144 120 149 150 47.. 110. 117. 147. 148. .152. 153. 294 294 295 295 जहा सागडिओ जाणं । जह-जह दोसोवरमो । जस्स न छुहा न तण्हा । जह किपागफलाणं । जम्म दुक्खं जरा दुक्खं । जहा तुलाए तोलेउं । जहा भुयाहि तरिठं । जहा अग्गिसिहा दित्ता । जवा लोहमया चेव । जहा गेहे पलितम्मि । जहा दुक्ख भारेउं जे । जहा खरो चंदणभारवाही । जइ मज्झ कारणा एए । जहेत्थ कुसले ।। 154. 295 295 6 295 295 159. 160. 161. 269. 298. 329. 6 6 443 496 728 अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-6 • 219 - -

Loading...

Page Navigation
1 ... 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312