Book Title: Abhidhan Rajendra Koshme Sukti Sudharas Part 06
Author(s): Priyadarshanashreeji, Sudarshanashreeji
Publisher: Khubchandbhai Tribhovandas Vora

Previous | Next

Page 255
________________ क्रमा सूक्ति नम्बर 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 264 172 276 467 494 321 602 140 100 535 537 35933 69 179 315 330 366 603 चा 139 402 छि ज जा जि जी सक्ति शीर्षक चरित्र महान् चारित्र दुष्कर चारित्र, कर्मरोधक छिपाएँ नहीं ! छिद्रान्वेषी शिष्य जन्म-मरण-चक्र जय-पराजय जाना है एकदिन जिन वचन में अप्रमत्त जितेन्द्रिय पूज्य जिनवचन का मूल जीव - हिंसा जीवन अनाकांक्षा जीवन-मृत्यु में अनासक्त जीव-दुर्दशा जीवाजीवाधार जीव, सुखप्रिय जीवन अस्थिर, जलबिन्दुवत् जीव-स्वरूप जैसा संग वैसा रंग जैसा योग वैसा बंध अभिधान राजेन्द्र कोष में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-6 • 247

Loading...

Page Navigation
1 ... 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312